यह है मामला निजी स्कूल बस की चपेट में आई जावरा की महिला पार्षद, हुई मौत, गुस्साए लोगों ने किया हाईवे जाम
प्रतापगढ़. शहर के एनएच 113 पर पीजी कॉलेज के सामने मंगलवार को एक निजी स्कूल की बस की टक्कर से बोहरा समाज की महिला की मौत हो गई। महिला मध्यप्रदेश के जावरा निवासी थी और वहां पार्षद थी। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने सडक़ पर जाम लगा दिया और रोड पर स्पीड ब्रेकर लगवाने और अतिक्रमण हटाने की मांग की। बाद में एसडीएम और पुलिस उपाधीक्षक मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश कर मामला शांत किया। पुलिस ने स्कूल बस जब्त कर ली। मृतक के रिश्तेदार प्रतापगढ़ की बोहरा गली निवासी मोहम्मद हुसैन कांचवाला ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
शहर के बांसवाड़ा रोड पर मंगलवार दोपहर एक महिला पीजी कॉलेज के सामने स्थित कॉलोनी से स्कूटी पर एक अन्य महिला के साथ आ रही थी। वह ज्योंही मैन रोड पर आई सामने से आ रही सेंट पॉल्स स्कूल की बस ने स्कूटी को अपनी चपेट में ले लिया। इसके कारण स्कूटी पर पीछे बैठी महिला बस में आ गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृत महिला मध्यप्रदेश के जावरा निवासी जैनब (50) मोहम्मद हुसैन थी। वह वहां पार्षद थी। यहां किसी रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में आई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कूल बस बच्चों को एक साइड में उतारकर रवाना हुई ही थी कि अचानक सामने स्कूटी आ गई। इधर सामने बस देखकर स्कूटी चला रही महिला भी नियंत्रण खो बैठी और बस से टकरा गई। इससे स्कूटी के पीछे बैठी महिला जैनब सडक़ पर गिर गई। नीचे गिरने के बाद बस ने उसको चपेट में ले लिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने उसका शव जिला चिकित्सालय मोर्चरी में रखवाया। वहीं मौके पर गुस्साए लोगों ने स्पीड ब्रेकर व सडक़ किनारे हो रहे अतिक्रमण को लेकर एक घंटे तक जाम लगा दिया। अधिकारियों की समझाइश के बाद जाम खोला गया।
कलक्टर की कार फंसी जाम में, लोगों ने बताईसमस्या
जाम के दौरान जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल लंच के लिए सर्किट हाउस जा रही थी। रास्ते में उनकी कार भी जाम में फंस गई। जब पुलिसकर्मियों ने कार को जाम से निकलवाने की कोशिश की तो लोगों को पता लगा गया। इसके बाद लोगा कार को घेर कर खड़े हो गए। कलक्टर को समस्या बताई। कलक्टर ने शहर कोतवाल से पूरे मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बाद में पुलिस ने रास्ता करवा कर उन्हें वहां से निकाला।
प्रतापगढ़. शहर के एनएच 113 पर पीजी कॉलेज के सामने मंगलवार को एक निजी स्कूल की बस की टक्कर से बोहरा समाज की महिला की मौत हो गई। महिला मध्यप्रदेश के जावरा निवासी थी और वहां पार्षद थी। हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने सडक़ पर जाम लगा दिया और रोड पर स्पीड ब्रेकर लगवाने और अतिक्रमण हटाने की मांग की। बाद में एसडीएम और पुलिस उपाधीक्षक मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश कर मामला शांत किया। पुलिस ने स्कूल बस जब्त कर ली। मृतक के रिश्तेदार प्रतापगढ़ की बोहरा गली निवासी मोहम्मद हुसैन कांचवाला ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
शहर के बांसवाड़ा रोड पर मंगलवार दोपहर एक महिला पीजी कॉलेज के सामने स्थित कॉलोनी से स्कूटी पर एक अन्य महिला के साथ आ रही थी। वह ज्योंही मैन रोड पर आई सामने से आ रही सेंट पॉल्स स्कूल की बस ने स्कूटी को अपनी चपेट में ले लिया। इसके कारण स्कूटी पर पीछे बैठी महिला बस में आ गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृत महिला मध्यप्रदेश के जावरा निवासी जैनब (50) मोहम्मद हुसैन थी। वह वहां पार्षद थी। यहां किसी रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में आई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कूल बस बच्चों को एक साइड में उतारकर रवाना हुई ही थी कि अचानक सामने स्कूटी आ गई। इधर सामने बस देखकर स्कूटी चला रही महिला भी नियंत्रण खो बैठी और बस से टकरा गई। इससे स्कूटी के पीछे बैठी महिला जैनब सडक़ पर गिर गई। नीचे गिरने के बाद बस ने उसको चपेट में ले लिया। महिला की मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने उसका शव जिला चिकित्सालय मोर्चरी में रखवाया। वहीं मौके पर गुस्साए लोगों ने स्पीड ब्रेकर व सडक़ किनारे हो रहे अतिक्रमण को लेकर एक घंटे तक जाम लगा दिया। अधिकारियों की समझाइश के बाद जाम खोला गया।
कलक्टर की कार फंसी जाम में, लोगों ने बताईसमस्या
जाम के दौरान जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल लंच के लिए सर्किट हाउस जा रही थी। रास्ते में उनकी कार भी जाम में फंस गई। जब पुलिसकर्मियों ने कार को जाम से निकलवाने की कोशिश की तो लोगों को पता लगा गया। इसके बाद लोगा कार को घेर कर खड़े हो गए। कलक्टर को समस्या बताई। कलक्टर ने शहर कोतवाल से पूरे मामले की जानकारी लेकर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बाद में पुलिस ने रास्ता करवा कर उन्हें वहां से निकाला।
मौके पर पहुंचे एसडीएम और डीएसपी
हादसे में महिला की मौत से गुस्साए लोगोंने एनएच 113 पर जाम लगा दिया। एक घंटे जाम के दौरान वाहनों की कतारें लग गई। जाम की सूचना पर शहर कोतवाल व पुुलिस उपाअधीक्षक गोवर्धन खटीक ने मौके पर पहुंच लोगो से समझाइश की लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े रहे। वहां सभापति कमलेश डोषी भी पहुंचे। लोगों का आरोप था कि इस मार्ग पर पहले भी कई जान जा चुकी हैं। स्पीड ब्रेकर की मांग की जा रही हैं लेकिन लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। बाद में एसडीएम विनोद मल्होत्रा ने लोगों से समझाइश कर जल्द स्पीड ब्रेकर बनाने की बात कही। अतिक्रमण हटाने की बात पर लोगों ने जाम खोला।
एसडीएम ने हटवाए अतिक्रमण
मौके पर पहुंचे एसडीएम मल्होत्रा ने खुद खड़े रहकर सडक़ किनारे हो रहा अतिक्रमण हटवाया। पीजी कॉलेज के दरवाजे के पास बड़ा विज्ञापन होर्डिंग था। इससे सामने से आ रहे वाहन नहीं दिख रहे थे। उसे मौके से उखड़वा दिया गया। इसी तरह कॉलेज के सामने की तरफ किसी ने सडक़ किनारे बजरी का ढेर लगा रखा था। उसे भी हटवाया।
हादसे में महिला की मौत से गुस्साए लोगोंने एनएच 113 पर जाम लगा दिया। एक घंटे जाम के दौरान वाहनों की कतारें लग गई। जाम की सूचना पर शहर कोतवाल व पुुलिस उपाअधीक्षक गोवर्धन खटीक ने मौके पर पहुंच लोगो से समझाइश की लेकिन लोग अपनी मांग पर अड़े रहे। वहां सभापति कमलेश डोषी भी पहुंचे। लोगों का आरोप था कि इस मार्ग पर पहले भी कई जान जा चुकी हैं। स्पीड ब्रेकर की मांग की जा रही हैं लेकिन लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। बाद में एसडीएम विनोद मल्होत्रा ने लोगों से समझाइश कर जल्द स्पीड ब्रेकर बनाने की बात कही। अतिक्रमण हटाने की बात पर लोगों ने जाम खोला।
एसडीएम ने हटवाए अतिक्रमण
मौके पर पहुंचे एसडीएम मल्होत्रा ने खुद खड़े रहकर सडक़ किनारे हो रहा अतिक्रमण हटवाया। पीजी कॉलेज के दरवाजे के पास बड़ा विज्ञापन होर्डिंग था। इससे सामने से आ रहे वाहन नहीं दिख रहे थे। उसे मौके से उखड़वा दिया गया। इसी तरह कॉलेज के सामने की तरफ किसी ने सडक़ किनारे बजरी का ढेर लगा रखा था। उसे भी हटवाया।
स्कूल बसों पर नहीं कोईनियंत्रण
जिले में स्कूल बसों की स्पीड़ पर कोई लगाम नहीं हैं। जिला मुख्यालय से थोड़ी ही दूरी पर कुछ दिन पहले एक स्कूल बस पलटी खा गई थी जिसमें कई बच्चे घायल हुए थे। कई स्कूलों में प्रशासन के आदेश के बाद भी टेम्पों में सवारी से अधिक बच्चों को बिठाकर चल रहे हैं, जो कभी भी हादसों का सबब बन सकते हैं।
जिले में स्कूल बसों की स्पीड़ पर कोई लगाम नहीं हैं। जिला मुख्यालय से थोड़ी ही दूरी पर कुछ दिन पहले एक स्कूल बस पलटी खा गई थी जिसमें कई बच्चे घायल हुए थे। कई स्कूलों में प्रशासन के आदेश के बाद भी टेम्पों में सवारी से अधिक बच्चों को बिठाकर चल रहे हैं, जो कभी भी हादसों का सबब बन सकते हैं।
सभापति ने कईबार लिखा स्पीड ब्रेकर के लिए पत्र
राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर नगरपरिषद सभापति कमलेश डोसी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को कई बार पत्र लिखे। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र से गुजर रहे राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाने को लेकर वे अब तक 50 पत्र लिख चुके हैं। लेकिन एक भी जगह स्पीड ब्रेकर नहीं बने हैं।
शहर में यहां जरूरी है स्पीड ब्रेकर
उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल सर्कल, अम्बेडकर सर्कल, सांवरिया बोरवेल के यहां, ट्रैगोर पार्क के सामने, नीमच नाका, दर्पण टॉकीज के सामने, एसएस अपार्टमेंट, मारूति नगर सब्जी मंडी के सामने, मारवाड़ी कॉम्पलेक्स, समता छविगृह के सामने, जैंन बोर्डिग के सामने, काका साहब दरगाह के यहां, एलबीएस कॉलेज के सामने, जिला चिकित्सालय के सामने, जवाहर नगर के कॉर्नर पर, राजकीय महाविद्यालय के सामने, वुडलैंड पार्क के सामने स्पीड ब्रेकर जरूरी है। इसके लिए कई बार पत्र लिखा जा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर नगरपरिषद सभापति कमलेश डोसी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को कई बार पत्र लिखे। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र से गुजर रहे राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाने को लेकर वे अब तक 50 पत्र लिख चुके हैं। लेकिन एक भी जगह स्पीड ब्रेकर नहीं बने हैं।
शहर में यहां जरूरी है स्पीड ब्रेकर
उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल सर्कल, अम्बेडकर सर्कल, सांवरिया बोरवेल के यहां, ट्रैगोर पार्क के सामने, नीमच नाका, दर्पण टॉकीज के सामने, एसएस अपार्टमेंट, मारूति नगर सब्जी मंडी के सामने, मारवाड़ी कॉम्पलेक्स, समता छविगृह के सामने, जैंन बोर्डिग के सामने, काका साहब दरगाह के यहां, एलबीएस कॉलेज के सामने, जिला चिकित्सालय के सामने, जवाहर नगर के कॉर्नर पर, राजकीय महाविद्यालय के सामने, वुडलैंड पार्क के सामने स्पीड ब्रेकर जरूरी है। इसके लिए कई बार पत्र लिखा जा चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सभापति और एसडीएम में हुई तनातनी
हादसे के बाद वहां पहुंचे सभापति कमलेश डोसी और एसडीएम मल्होत्रा के बीच खूब तनातनी हुई। सभापति ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वे शहर में कई जगह स्पीडब्रेकर बनाने के लिए राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। अब तक कईमौते इस मार्ग पर हो चुकी। इसके बावजूद स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए। अब राजमार्ग के अधिकारियों को यहां आना पड़ेगा। इस पर एसडीएम मल्होत्रा ने कहा कि वे प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में यहां मौजूद हैं। इसलिए किसी अन्य को बुलाने की जरूरत नहीं हे। इसके बाद सभापति और एसडीएम में काफी देर तक बहस होती रही। एसडीएम ने कहा कि वे बुधवार शाम तक यहां स्पीडब्रेकर बनवा देंगे। इस पर सभापति ने चेतावनी दी कि वे शाम छह बजे तक इंतजार करेंगे। इसके बाद भी स्पीडब्रेकर नहीं बने तो जनता खुद सडक़ खोद देगी। वहां मौजूद अन्य लोगों ने सभापति को वहां से अलग किया।
हादसे के बाद वहां पहुंचे सभापति कमलेश डोसी और एसडीएम मल्होत्रा के बीच खूब तनातनी हुई। सभापति ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वे शहर में कई जगह स्पीडब्रेकर बनाने के लिए राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। अब तक कईमौते इस मार्ग पर हो चुकी। इसके बावजूद स्पीड ब्रेकर नहीं बनाए गए। अब राजमार्ग के अधिकारियों को यहां आना पड़ेगा। इस पर एसडीएम मल्होत्रा ने कहा कि वे प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में यहां मौजूद हैं। इसलिए किसी अन्य को बुलाने की जरूरत नहीं हे। इसके बाद सभापति और एसडीएम में काफी देर तक बहस होती रही। एसडीएम ने कहा कि वे बुधवार शाम तक यहां स्पीडब्रेकर बनवा देंगे। इस पर सभापति ने चेतावनी दी कि वे शाम छह बजे तक इंतजार करेंगे। इसके बाद भी स्पीडब्रेकर नहीं बने तो जनता खुद सडक़ खोद देगी। वहां मौजूद अन्य लोगों ने सभापति को वहां से अलग किया।