scriptमोर्चा के महासचिव पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज | Nomination of nominees for the post of General Secretary of Morcha rej | Patrika News

मोर्चा के महासचिव पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज

locationप्रतापगढ़Published: Aug 24, 2019 12:37:22 pm

Submitted by:

Khalil

पीजी कॉलेज में तीनों संगठनों के बीच होगा मुकाबला
छात्रसंघ चुनाव: छोटीसादड़ी कॉलेज में एनएसयूआई और भील प्रदेश

मोर्चा के महासचिव पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज

मोर्चा के महासचिव पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज

छात्रसंघ चुनाव: छोटीसादड़ी कॉलेज में एनएसयूआई और भील प्रदेश मोर्चा के महासचिव पद के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज
तस्वीर साफ: उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी, प्रचार हुआ तेज
पीजी कॉलेज में तीनों संगठनों के बीच होगा मुकाबला
प्रतापगढ़. जिले के तीनों महाविद्यालय में 27 अगस्त को छात्रसंघ चुनाव को लेकर शुक्रवार को उम्मीदवारों की अंतिम सूची का प्रकाशन किया गया। गुरुवार को महाविद्यालयों में नामांकन दाखिल होने के बाद शुक्रवार को सुबह 10 बजे वैध नामांकन सूची का प्रकाशन किया। जिसके बाद 11 से 2 बजे तक उम्मीदवारों की ओर से अपने नाम वापस लिए जाने थे। जिसमें प्रतापगढ़ पीजी कॉलेज में ना तो किसी ने अपना नाम वापस लिया और ना ही किसी का नाम खारिज हुआ। महाविद्यालयों की ओर से दोपहर 2 से 5 बजे के बीच उम्मीदवारों की अंतिम नामांकन सूची का प्रकाशन किया गया। जिसे महाविद्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया। छोटीसादड़ी कॉलेज में एनएसयूआई और भील प्रदेश मोर्चा के महासचिव प्रत्याशियों के नामांकन खारिज हो गए। जिसके बाद महासचिव पद पर अब केवल एबीवीपी का प्रत्याशी ही बचा है।
मैदान में रहेंगे 12 उम्मीदवार
प्रतापगढ़ पीजी कॉलेज में 12 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे। उम्मीदवारों की अंतिम नामांकन सूची का प्रकाशन किया गया। जिसमें 12 प्रत्याशी ही मैदान में है। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी से प्रवीण कुमार देवड़ा, एनएसयूआई व एसटीएससी से हरीश कुमार मीणा, भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की ओर से ओमप्रकाश मीणा है। उपाध्यक्ष पद के लिए एबवीपी से राजकुमार मीणा एवं एनएसयूआई व एससीएसटी से सुखलाल गायरी है व भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की ओर से समरथ लाल मीणा है। महासचिव पद के लिए एबीवीपी से बब्लू गायरी, एनएसयूआई व एससीएसटी से अंकित लबाना एवं भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की ओर से समरथ मीणा है। संयुक्त सचिव पद के लिए एबीवीपी की ओर से डोली तेली, एनएसयूआई व एसटीएससी की ओर से अनिता मीणा, भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की ओर से सुमित्रा मीणा मैदान में मौजूद है।
महाविद्यालयों की ओर से उम्मीदवारों की अंतिम नामांकन सूची का प्रकाशन किया गया। जिसके बाद ही छात्र संगठनों ने अपने-अपने प्रत्याशियों का प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया है। संगठनों की ओर से सोशल मीडिया व झंडे बैनर के साथ हैंडबिल सहित कई चुनाव साम्रगी से प्रचार शुरू कर दिया है।
27 अगस्त को होंगे चुनाव
महाविद्यालय में 27 अगस्त को सुबह 8 से 1 बजे तक मतदान किया जाएगा। परिणामों की घोषणा 28 अगस्त को सुबह 11 बजे शुरू होगा। महाविद्यालय में इस बार 3976 विद्यार्थी है जहां कॉलेज में 1648 छात्र हैं वहीं 2328 छात्राएं है।
एक ही पद पर दो प्रत्याशियों के नामांकन खारिज
छोटीसादड़ी. महाविद्यालय में चुनाव का रंग ऐसा चढ़ा की छात्र संगठनों के पदाधिकारी चुनाव के नियम तक भूल बैठे। जिसके चलते नामांकन खारिज होने पर संगठनों में मायूसी छा गई। गुरुवार को एनएसयूआई, एबीवीपी व भील प्रदेश मोर्चा के प्रत्याशियों ने चारों ही पदों पर नामांकन दाखिल करने के बाद लिंगदोह कमेटी के नियमों के विरुद्ध नामांकन दाखिल होने की आपत्ति की सूचना और कमेटी की ओर से जांच में नियम विरुद्ध पाए जाने पर एनएसयूआई और भील प्रदेश मोर्चा के महासचिव पद के उम्मीदवारों के नामांकन खारिज किए गए हैं। अब इस पद पर केवल एबीवीपी प्रत्याशी ही निर्विरोध उम्मीदवार है। एनएसयूआई की ओर से महासचिव के पद पर नामांकन करने वाले प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो गया। निवार्चन अधिकारी सावन कुमार जांगिड़ ने बताया कि लिंगदोह समिति के अनुसार पद के लिए स्नातक तृतीय वर्ष की योग्यता है। उम्मीदवार द्वितीय वर्ष का होने का कारण नामांकन पत्र अवैध पाया गया। वही भील प्रदेश मोर्चा के महासचिव पद पर यही कारण होने की वजह से एबीवीपी की संध्या निविरोध महासचिव के पद पर उम्मीदवार रह गई। गौरतलब है कि तृतीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होता है,जबकि छोटीसादड़ी महाविद्यालय में द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थी को प्रत्याशी बनाया गया था।
सोशल मीडिया पर तेज हुआ चुनाव का प्रचार
छोटीसादड़ी. छात्रसंघ चुनाव में पोस्टर-होर्डिंग लगाने और दीवारें रंगने पर भले पाबंदी हो, लेकिन छात्रनेताओं ने सोशल मीडिया पर धुआंधार प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। प्रत्याशी फेसबुक, वॉट्सएप,यूट्यूब और ट्विटर आदि पर वोट मांग रहे हैं। पक्ष में मतदान की अपील का शायराना अंदाज भी देखने को मिल रहा है। छात्र-छात्राओं ने स्टाइलिश फोटो और कॉलेज से जुड़े वायदे-घोषणाएं भी अपलोड की हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की तरह छात्रसंघ चुनाव भी जबरदस्त हाईटेक बन चुके हैं। संभावित प्रत्याशियों ने हाईटेक प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। आजकल युवा वर्ग के मोबाइल का उपयोग ज्यादा कर रहा है। इसे देखते हुए अधिकांश छात्र नेता प्रचार के लिए सोशल मीडिया का ही उपयोग कर रहे हैं।
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