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प्रतापगढ़

राखी पर सजे बाजार, जगह-जगह लगी दुकानें

(rakhi festival)इस वर्ष एक ही दिन मनाए जाएंगे दो महत्वपूर्ण पर्व- दोपहर के समय को छोडकऱ कभी भी बंधवाईजा सकेगी राखी

प्रतापगढ़Aug 10, 2019 / 09:44 pm

Khalil

pratapgarh

राखी पर सजे बाजार, जगह-जगह लगी दुकानें

बाजारों में राखी पर सजे बाजार, जगह-जगह लगी दुकानें
– इस वर्ष एक ही दिन मनाए जाएंगे दो महत्वपूर्ण पर्व
– दोपहर के समय को छोडकऱ कभी भी बंधवाईजा सकेगी राखी
प्रतापगढ़.
भाई-बहिन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व को लेकर शहर के बाजारों में राखियों की दुकाने सज चुकी हैं। इस वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन दोनों पर्व एक साथ मनाए जाएंगे। बाजारों में देशभक्ति का संदेश देने वाली विभिन्न वैरायटी व नए डिजाइन की राखियां बिकने लगी है। ये राखियां विशेषतौर से जयपुर, जोधपुर, अलवर, अजमेर सहित कई बड़े शहरों से मंगवाई गई हैं। महिलाएं, बच्चे, युवक-युवतियां राखियां खरीदने में व्यस्त दिखाई देने लगे है। ग्रामीण इलाकों की भीड़ भी बाजारों में उमड़ रही है। दिनभर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से लोग राखियां खरीद रहे हैं। इस बार राखी राहुकाल का समय दोपहर डेढ़ बजे से दोपहर 3 बजे तक को छोडकऱ शुभ मुहूर्त में कभी भी बंधवाई जा सकेगी।
भाइयों के हाथों पर दिखेगी तीन रंग की राखी
रक्षा बंधन के पर्व पर पहली बार भाइयों के हाथों पर तीन रंग केशरिया, सफेद और हरे रंग की राखी बांधी जाएगी। रक्षा बंधन और स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन होने के कारण महिलाएं बाजार में दुकानों पर तीन रंग की राखी की डिमांड पर हैं। खास बात यह है कि इस राखी की कीमत भी अन्य राखियों की तुलना में काफी कम है। 20 से 50 रुपए के बीच तिरंगा झंडा और तीन रंग की राखी बाजार में दुकानों पर मिल रही है।
10 रुपए से 300 रुपए तक की राखी
बाजार में तीन रुपए से लेकर 300 रुपए तक की राखी बिक रही है। बाजारों में इस वर्ष जिले में राखी का कारोबार अच्छा रहने की संभावना बताई जा रही है। बाजार में डिजाइनदार राखियां 100 रुपए 300 रुपए तक बिक रही हैं। रेशमी, डायमंड फैशनेबल और चांदी राखियां खूब पसंद की जा रही है। राखियों के दाम में पिछले साल की अपेक्षा 15 से 20 प्रतिशत बढ़ गया है।
19 साल बाद रक्षाबंधन 15 अगस्त को
पंडित अजय जोशी ने बताया कि रक्षाबधंन और स्वतंत्रता दिवस दोनों एक दिन मनाए जाएंगे। ऐसा 19 साल बाद हो रहा है। इससे पहले वर्ष 2000 में मंगलवार को इस तरह का योग बना था। पूर्णिमा तिथि 14 अगस्त को दिन में 2.47 बजे से शुरू होगी, जो 15 अगस्त की शाम 4.23 बजे तक रहेगी। राहुकाल दिन में डेढ़ बजे से दोपहर 3 बजे है। इसलिए राहुकाल के समय को छोडकऱ शुभ मुहूर्त में रखी बांधना मंगलकारी रहेगा।

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