जन्माष्टमी पर छुट्टी का मामला : स्कूलों तक समय पर नहीं पहुंची सूचना, बच्चे हुए परेशान
प्रतापगढ़Published: Aug 24, 2019 12:31:24 pm
सूचना, बच्चे हुए परेशानदेर रात किया अवकाश देने का निर्णय, छुट्टी का मजा किरकरालगाया आरोप, कर्मचारियों को लाभ देने के लिए की छुट्टी की घोषणा
जन्माष्टमी पर छुट्टी का मामला : स्कूलों तक समय पर नहीं पहुंची सूचना, बच्चे हुए परेशान
जन्माष्टमी पर छुट्टी का मामला : स्कूलों तक समय पर नहीं पहुंची सूचना, बच्चे हुए परेशान
देर रात किया अवकाश देने का निर्णय, छुट्टी का मजा किरकरा
लगाया आरोप, कर्मचारियों को लाभ देने के लिए की छुट्टी की घोषणा
प्रतापगढ़. सरकार की ओर से जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में गुरुवार देर रात राजकीय अवकाश घोषित करने के निर्देश से शुक्रवार को स्कूलों में काफी असमंजस रहा। इस निर्णय की जानकारी सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों और शिक्षकों को देर से मिली, तब तक कई बच्चे और शिक्षक स्कूल पहुंच चुके थे। शिक्षकों और अभिभावकों का कहना था कि सब जगह शनिवार को जन्माष्टमी मनाई जा रही है। ऐसे में शुक्रवार को अवकाश घोषित करना समझ से परे है।
पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा चली कि जन्माष्टमी शुक्रवार और शनिवार दोनों दिन ही मनाई जा सकती है। ऐसे में सरकार ने गुरुवार देर रात निर्णय किया कि जन्माष्टमी का अवकाश शुक्रवार को घोषित होगा। पहले यह अवकाश शनिवार को ही प्रस्तावित था।
सरकार के निर्णय की जानकारी देर रात को ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गईथी। लेकिन कई लोगों को सुबह तक इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। विशेषकर सुबह स्कूल जाने वाले शिक्षकों और विद्यार्थियों को। सोशल मीडिया पर चल रही सूचना पर एकाएक विश्वास भी नहीं किया गया। ऐसे में कईशिक्षक और विद्यार्थी सुबह स्कूल पहुंच गए। वहां जाने के बाद उन्हें अवकाश की जानकारी मिली और वे वापस लौटे। कई शिक्षकों के पास स्कूल जाने के लिए निकलने के बाद रास्ते में किसी परिचित का फोन आया और वे वापस लौटे।
सालमगढ़. देर रात छुट्टी के आदेश जारी होने से विद्यार्थी परेशान रहे। राज्य सरकार द्वारा जन्माष्टमी की छुट्टी 1 दिन पूर्व घोषित करने के आदेश रात्रि को जारी हुए, जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों तक सूचना पहुंचना संभव नहीं था। इसी के चलते आसपास के सभी गांव के विद्यार्थी अपने अपने विद्यालय पहुंचे। विद्यालय पहुच कर उन्हें पता चला कि विद्यालय में छुट्टी है। इसके कारण विद्यार्थियों को छुट्टी का जो लाभ मिलना चाहिए व नहीं मिल पाता है। विद्यालय कई किलोमीटर दूर चल कर आना और वापिस जाना परेशानी का सबब बनता है।
छोटीसादड़ी. सरकार की ओर से गुरुवार देर रात सार्वजनिक अवकाश घोषित करने राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को सूचना तक नही मिल पाई जिसके चलते अधिकांश राजकीय स्कूल शुक्रवार सुबह खुले और क्षेत्रों के बालक बालिकाएं दूर दराज से बारिश में परेशानिया उठाते हुए साइकिल व बसों में सवार होकर आए।
यहां आने के बाद उन्हें पता चला कि स्कूल में अवकाश है। इस पर वे मायूस होगए और शिक्षकों से कहते नजर आए की जन्माष्टमी पर्व तो कल है फिर कैसे आज अवकाश घोषित कर दिया? विद्यार्थी चेहरे पर मायूसी लेकर अपने अपने गंतव्य की ओर पुन: लौटे ।
कर्मचारियों को लाभ पहुुचाने का आरोप
शुक्रवार को जन्माष्टमी का अवकाश घोषित करने के पीछे कुछ शिक्षक नेताओं ने कर्मचारियों के एक वर्ग को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है । शिक्षक नेताओं का कहना है कि जन्माष्टमी का पर्व राजस्थान में शनिवार को ही मनाया जा रहा है। लेकिन इससे पंाच दिवसीय सप्ताह में काम करने वाले कर्मचारियों को एक छुट्टी का नुकसान हो रहा था। इसलिए सरकार ने इन कर्मचारियों के दवाब में शुक्रवार का अवकाश घोषित किया है। इससे सरकारी कार्यालयों में एक साथ तीन दिन की छुट्टियां हो गई, जबकि स्कूलों में शिक्षकों को शनिवार को फिर लौटना पड़ेगा।
कर्मचारी वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए किया निर्णय
जन्माष्टमी पर शुक्रवार को अवकाश घोषित करने के निर्णय कर्मचारी वर्ग विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है। इस बारे में राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेशाध्यक्ष गिरिराज शर्मा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विरोध जताया है और शनिवार को अवकाश यथावत रखने की मांग की है।
गोपाल सिंह आसोलिया, प्रदेश प्रवक्ता, राजस्थान शिक्षक संघ(एकीकृत)