करंट से लाइनमैन की मौत पर गुस्साए ग्रामीण
प्रतापगढ़Published: Jun 15, 2019 12:25:07 pm
प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने शांत कराया मामलाटायर जलाकर किया प्रदर्शन
करंट से लाइनमैन की मौत पर गुस्साए ग्रामीण
अरनोद. अरनोद थाना इलाके के जाजली गांव में शुक्रवार को विद्युत सप्लाई में सुधार करने के दौरान एक लाइनमैन की मौत हो गई। मामले को लेकर ग्रामीणों ने अरनोद-प्रतापगढ़ रोड पर जाम लगा दिया।सूचना पर पहुंचे उपखंड अधिकारी और थाना प्रभारी ने समझाइश कर मामला शांत कराया। इस दौरान विधायक रामलाल मीणा के निर्देश पर निगम अधिकारियों ने १० लाख रुपए की सहायता और आश्रित को सरकारी सेवा में लेने का आश्वासन दिया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। अरनोद विद्युत सब स्टेशन से सुबह शटडाउन लेकर लाइनमैन मुकेश(३३) पुत्र नानालाल कुमावत विद्युत सप्लाई को ठीक करने के लिए जाजली गया था। जब विद्युत पोल पर चढक़र विद्युत सप्लाई ठीक कर रहा था।उसी दौरान बिजली सप्लाई चालू होने से मुकेश करंट लसे झुलय गया। झुलसी हालत में उसे अरनोद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने अरनोद-प्रतापगढ़ रोड जाम लगा दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर अरनोद उपखंड अधिकारी विजयेश कुमार पण्ड्या और अरनोद थाना प्रभारी धर्मसिंह मीणा, नौगांवा चौकी प्रभारी नारायणसिंह झाला मय जाब्ते के साथ पहुंचे। जहां कड़ी मशक्कत के बाद उपखण्ड अधिकारी ने ग्रामीणों को समझाया और जाम खुलवाया। ग्रामीणों का कहना था कि जाजली जीएसएस पर ठेका कर्मचारी कार्यरत है। ठेकेदार द्वारा अप्रशिक्षित कार्मिकों को लगाने से इस प्रकार की घटनाएं घटती है। जाजली फीडर पर ही यह मौत का मामला चौथी बार हुआ है। पुलिस ने अरनोद चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। वहीं दूसरी ओर विधायक रामलीला मीणा ने इस मामले में विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता आई आर मीणा से बात की।इस दौरान निगम की ओर से दस लाख रुपए और आश्रित को निगम में नौकरी के लिए बात की। इस पर अधीक्षण अभियंता मीणा ने बताया कि मृतक के आश्रित को ग्रुप इंश्योरेंस के दो लाख रुपए और क्षतिपूर्ति के करीब ८ लाख रुपए दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आंदोलन की चेतावनी: इस मामले में विद्युत तकनीकी कर्मचारियों ने सभी जीएसएस पर विभिन्न मांगों और सुविधाओं को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। कर्मचारियों का कहना है के जीएसएस पर ठेकेदार की ओर से सुविधाएं पर्याप्त नहीं दी जाती है। जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। गत दिनों भी इस प्रकार से आवश्यक उपकरण और संसाधन नहीं होने से हादसे हुए है। ठेकेदार से आवश्यक संसाधनों की मांग की है।