बारिश से बदहाली, बारिश में बही पुलियाएं, कटा गांवों का सम्पर्क
प्रतापगढ़Published: Sep 15, 2019 08:26:17 pm
जिले में बारिश के कारण पुलियाओं में हुआ नुकसानपुलिया टूटने से आवागमन बाधितजाखम की पुलिया पर दूसरे दिन शुरू हुआ आवागमन
बारिश से बदहाली, बारिश में बही पुलियाएं, कटा गांवों का सम्पर्क
जिले में बारिश के कारण पुलियाओं में हुआ नुकसान
पुलिया टूटने से आवागमन बाधित
जाखम की पुलिया पर दूसरे दिन शुरू हुआ आवागमन
प्रतापगढ़
जिले में गत दिनों से जारी मूसलाधार बारिश का दौर रविवार को कम हुआ। हालांकि दिनभर रिमझिम और फुहारों का दौर चलता रहा। वहीं नदी-नालों में पानी की आवक जारी है। लगातार तेज बारिश के कारण कई पुलियाएं टूट गई है। ऐसे में इन पुलिया से गुजरने वाले मार्ग बंद होने से गांवों का सम्पर्क भी कट गया है। इनमें से कई पुलिया तो पूरी टूट गई है। जिससे आवागमन भी नहीं हो पा रहा है। जिले जाखम नदी की पुलिया से आवागमन रविवार शाम को शुरू हुई। हालांकि जाखम बांध पर ओवरफ्लो साढ़े तीन मीटर का चल रहा है। पुलियाओं से पानी कम हुआ, लेकिन कई पुलियाएं टूट गई है। जिससे आवागमन बाधित है। वहीं कई कच्चे मकान ढह गई है।
पीपलखूंट उपखंड के सेमलिया पंचायत के कुशलपुरा से हिमोता गांव के बीच ऐराव नदी का पुल पहली बारिश में क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे आवागमन बाधित हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल लगभग छह माह पूर्व करीब डेढ करोड की लागत से बनाया गया था। जो पहली बारिश में ही उखड गया है। इससे कार्य में घटिया सामग्री का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। इसकी जांच कराने की मांग की गई है।
मोहेड़ा पंचायत के डोराना खेड़ा से कोटड़ी जाने वाले मुख्य मार्ग की पुलिया पानी की वजह से बह गई। आने जाने का रास्ता बंद हो गया है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से कई मकानों की दीवारें गिर गई है। वह कई मकानों के अंदर पानी घुसा। जिसकी वजह से लोगों का जनजीवन बहुत ही प्रभावित हुआ है। बारिश की वजह से सोयाबीन की फसल भी तबाह हो गई है। डोराना खेड़ा व मोहेडा के बीच पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। इसमें पाइप भी निकल गए है। शौली हनुमान जाने के लिए एक आम रास्ता जो सीधा जाता है। इस पुलिया के टूटने से गांवों का सम्पर्क कट गया है।
चूपना
निकटवर्ती फरेेेड़ी गांव में लगातार बारिश के चलते पुलिया टूट गई है। इस पर 2 दिन उपर पानी बहने से पुलिया टूटकर पानी में बह गई है। फरेडी गांव में चारो तरफ पानी ही पानी होने से टापू समान हो गया था। क्योंकि गांव से मुख्य रोड प्रतापगढ़-पिपलोदा रोड को जोडऩे वाली पुलिया टूट गई है। पानी की चादर चल रही थी दो दिन पुलिया पर पानी रहने से कुछ ग्रामीण अपने घर भी नहीं जा पाए।
दलोट
निकटवर्ती गांव निनोर मे रतलाम-प्रतापगढ़ मार्ग पर बनी रपट शनिवार को हुई तेज बारिश के बाद नदी मे अत्यधिक तेज बहाव में बह गई। इससे पूरे दिन आवागमन बाधित रहा। शाम को नदी के बहाव कम होने पर रपट जीर्ण शीर्ण अवस्था में थी। रपट की मरम्मत नहीं हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है। पानी के तेज बहाव के चलते रपट के नीचे से पिल्लर भी क्षतिग्रस्त हो गए है। तेज बारिश से रपट के ऊपर से डामर व मटेरियल पूरी तरह निकल कर बड़े गड्ढे बन गए है।
धरियावद-प्र्रतापगढ मुख्य मार्ग २६ घंटे बाद खुला
धरियावद
क्षेत्र में गत दिनों से जारी बरसात का दौर रविवार को थम गया। दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच मौसम सुहाना रहा इधर जाखम नदी के उफान के चलते एवं पुलिया पर पानी के तेज बहाव के कारण करीबन २६ घंटों से बंद पडा धरियावद-प्रतापगढ़ मार्ग रविवार सुबह 11 बजे बाद खुल गया। मार्ग खुलने के साथ ही मार्ग पर आवागमन शुरू हुआ जारी बरसात एवं जाखम बांध से लगातार आ रहे पानी के चलते धरियावद प्रतापगढ़ मार्ग बंद रहा। जिसके चलते कई वाहन रातभर पुलिया के दोनों ओर खडे रहे। जाखम बांध पर 2 मीटर ३० सेमी की चादर चल रही है। इधर बांसवाडा अधिशण अभियंता नानुराम रोत धरियावद पहुंचे। जहां उन्होनें जाखम अधिशाषी अभियंता चंद्रप्रकाश मेघवाल के साथ तहसील क्षेत्र के जाखम नदी, गागरी बांध, वाजना डेम सहित अन्य नदियों का निरीक्षण किया। नदी बहाव क्षेत्र के समीप रहने वाले लोगों से मिलें तथा नदी के तेज बहाव से दूर रहने सहित आवश्यक सर्तकता बरतने के निर्देश दिए।