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शव को प्रतापगढ़-दलोट मार्ग पर रखकर लगाया जाम

locationप्रतापगढ़Published: Oct 15, 2019 08:56:29 pm

Submitted by:

Devishankar Suthar

अरनोद थाना इलाकेे के फरेड़ी गांव में एक किसान ने ब्याजखोरी व जबरन स्टांप लिखाने से तंग आकर अपने खेत पर कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। इस पर परिजनों और ग्रामीणों ने इसका आरोप पास के गांव के युवक पर लगाया। लोगों ने मंगलवार को प्रतापगढ़-दलोट मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया।

शव को प्रतापगढ़-दलोट मार्ग पर रखकर लगाया जाम

शव को प्रतापगढ़-दलोट मार्ग पर रखकर लगाया जाम


परिजनों ने लगाया आरोप-ब्याजखोरी व जबरन स्टांप लिखाने से तंग होकर किसान ने की आत्महत्या
कुछ दिन पहले ही एक युवक ने २५ लाख का लिखाया था स्टांप पेपर
तहसीलदार और पुलिस ने समझाइश कर खुलवाया जाम
प्रतापगढ़
अरनोद थाना इलाकेे के फरेड़ी गांव में एक किसान ने ब्याजखोरी व जबरन स्टांप लिखाने से तंग आकर अपने खेत पर कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। इस पर परिजनों और ग्रामीणों ने इसका आरोप पास के गांव के युवक पर लगाया। लोगों ने मंगलवार को प्रतापगढ़-दलोट मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि देवल्दी गांव के एक युवक ने डरा-धमकाकर मृतक को एक स्टांप पेपर पर २५ लाख रुपए देना बताते हुए साइन करा लिए थे। जिससे आहत होकर मृतक ने आत्महत्या की है। सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश कर जाम खुलवाया। इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अरनोद थाना इलाके के फरेड़ी गांव निवासी भंवरलाल(४८) पुत्र मोतीलाल डांगी का शव सोमवार शाम को उसके खेत पर मिला। इस पर परिजन उसे लेकर चिकित्सालय पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगलवार सुबह जिला चिकित्सालय से पोस्टमार्टम करवाकर अपने गांव ले गए। जहां प्रतापगढ़-दलोट मुख्य मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। देवल्दी निवासी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सूचना पर तहसीलदार मनोहरलाल कुमावत और थानाधिकारी बृजेश कुमार मौके पर पहुंचे और समझाइश कर जाम खुलवाया। करीब एक घंटे तक रोड जाम रहा। समझाइश कर जाम खुलवाया गया। इस संबंध में मृतक के भाई की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दो दिन से था तनाव में, भाई ने दर्ज कराई रिपोर्ट
इस दौरान लोगों ने यहां पुलिस को बताया कि मृतक से झूठा स्टॉम्प मंगवाकर लिखाया गया है। जिससे आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ। मृतक के भाई अमीचंद डांगी ने पुलिस में प्रकरण दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि भंवरलाल ने एक खेत को भूमि बंटाई से ले रखी थी। जो कि गुलशेर खान निवासी देवल्दी की थी। गुलशेर ने यह जमीन पिछले वर्ष महमूद खां पुत्र ननेका निवासी देवल्दी को बेच दी थी। इसके बाद महमूद खान ने मृतक भंवरलाल से कहा कि इस खेत को लीज पर देना है। इसलिए स्टांप ले आओ, जिस पर लिखा-पढ़ी करनी है। जब मृतक स्टांप लेकर गया तो उसे देवल्दी में घर बुलाया। पिस्तोल कनपट्टी पर लगा कर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए और महमूद ने 25 लाख रुपए का लेन-देन लिखवा लिया। जबकि और कुछ दिन से पैसे का तकाजा भी कर रहा था। उसे जान से मारने की धमकी दे रहा। १3 अक्टूबर को अमीचंद व भंवरलाल अपने खेत पर सोयाबीन की कटाई कर रहे थे। उसी समय महमूद खां आया और कहा कि सुबह 9 बजे तक रुपए नहीं दिए तो तुझे जान से मार देंगे। उसके बाद भंवरलाल प्रतापगढ़ चला गया और प्रतापगढ़ में रामचंद्र और अमृतलाल निवासी फरेड़ी को बुलाया। दोनों को सारा घटनाक्रम बताया। उसके बाद घर चला गया और घर पर गाड़ी रखकर बिना बताए कहीं चला गया। परिजनों ने उसकी काफी तलाश करने पर भी नहीं मिला। मंगलवार सुबह खेत पर अचेत अवस्था में मिला। जिस पर उसे जिला चिकित्सालय ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ग्रामीणों ने कहा-कई मामले है अवैध वसूली
यहां जाम के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाओं और अवैध वसूली के कई मामले है। लेकिन लोगों में डर है। जिससे सामने नहीं आ पाते है। इस प्रकार के मामलों से लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने थानाधिकारी से निष्पक्ष जांच कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। जिस पर थानाधिकारी ने शीघ्र से शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। बताया गया कि है अरनोद के इलाकों में अवैध रूप से भारी ब्याज वसूलने के कारण कई लोगों के खेत, मकान तक बिक गए और कई लोग रोड पर आ गए है।

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