यह है पूरा मामला कार्यकताओं की ओर से शहर के गांधी चौराहे पर धरना देते हुए कहा गया कि जब तक उन्हें लिखित में उचित आश्वासन नहीं दिया जाता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं मांग नहीं मानने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ताओं में से 3 की शनिवार देर रात को भी तबियत खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हे जिला चिकित्सालय ले जाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद वह फिर से गांधी चौराहे स्थित धरना स्थल पर आकर बैठ गए थे।
गौरतलब है कि एबीवीपी के जिला संयोजक अंकुश लबाना एवं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शांतिलाल मीणा के नेतृत्व में कन्या महाविद्यालय को लेकर गांधी चौराहे पर गहलोत सरकार की शव यात्रा निकालकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी कर चुके हैं।