प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अभी तक मां अम्बाजी के दर्शन नहीं किए हैं। वे अब सी-प्लेन से ही मां अम्बाजी के मंदिर में दर्शन करेंगे। यहां से 10.30 बजे धरोई डेम जाएंगे और जायजा लेंगे। 11.30 बजे अम्बाजी जाएंगे फिर 1.30 बजे फिर धरोई डेम पहुंचेंगे और 2.30 बजे साबरमती रिवरफ्रंट आएंगे।
पानी में उतरने में सक्षम हवाई जहाज को सी प्लेन कहा जाता है। यह पानी से उड़ान भरने और पानी में उतरने में सक्षम होता है। इसी का नया वर्जन एम्फीबियोस एयरक्राफ्ट है, जो पानी और जमीन दोनों से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम होता है। 1913 में दुनिया में सी प्लेन का इस्तेमाल शुरू हुआ, हालांकि इसके पहले कुछ शुरुआती नमूने 1898 में सामने आए थे। हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इनके उपयोग में काफी कमी आई। इसकी कई वजहें रहीं। द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी ने सी प्लेन का खूब इस्तेमाल किया, लेकिन बाद के सालों में यह कम होता चला गया।