scriptसुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी का भड़काव बयान: हर हाल में बनाएंगे राम मंदिर, हिंदुओं के लिए अस्मिता का सवाल | Subrahmanyam Swami provocative statement Ram Mandir make every cost | Patrika News

सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी का भड़काव बयान: हर हाल में बनाएंगे राम मंदिर, हिंदुओं के लिए अस्मिता का सवाल

Published: Nov 18, 2018 09:46:31 am

Submitted by:

Dhirendra

राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि आस्था के विषय पर कोर्ट कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। विरोधी इस बात को समझने के लिए तैयार नहीं हैं।
 

swamy

सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी का भड़काव बयान: हर हाल में बनाएंगे राम मंदिर, हिंदुओं के लिए अस्मिता का सवाल

नई दिल्‍ली। भाजपा के वरिष्‍ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्‍यम स्वामी ने राम मंदिर को लेकर एक बार फिर भड़काव बयान दिया है। उन्‍होंने एक कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या में किसी भी कीमत पर राम मंदिर बनकर रहेगा। राम मंदिर निर्माण के काम को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगा। उन्‍होंने मंदिर को निर्माण को राष्‍ट्रीय अस्मिता की पहचान से जोड़ते हुए कहा कि आस्था के विषय पर कोर्ट कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है। अयोध्या में खुदाई के दौरान मंदिर होने के वैज्ञानिक सबूत मिल चुके हैं। विवादित जगह पर मंदिर था और यह कोर्ट भी स्वीकार कर चुका है। इसलिए मंदिर बनने का समय आ गया है। बहुत जल्‍द मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
भीमा कोरेगांव मामले में बड़ी कार्रवाई, रातोंरात वरवर राव को महाराष्‍ट्र पुलिस हैदराबाद से ले गई पुणे

कांग्रेस ने राह में खड़ी की मुश्किलें
भाजपा सांसद स्‍वामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस के वकील कपिल सिब्‍बल ने इस मसले पर जल्द फैसला न आने देने के लिए पांच जजों की बेंच के फैसले को सात जजों की बेंच के हवाले करने की सिफारिश कर इसमें पांच माह का विलंब कर दिया। स्वामी ने कहा कि मुस्लिम शासकों ने हिंदुस्तान में 40 हजार मंदिर तोड़े थे। देश के सहिष्णु हिंदू सिर्फ अयोध्या, काशी, मथुरा मांग रहे हैं, जिसके साक्षात प्रमाण मौजूद हैं कि किस प्रकार उसको तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया। मुस्लिम समाज अयोध्या, काशी और मथुरा हिंदुओं को सौंप दें, यह बेहतर होगा।
दिल्‍ली के मुख्‍य सचिव अंशु प्रकाश का टेलीकॉम मंत्रालय में तबादला, केजरीवाल ने ली राहत की सांस

राह में आने वालों का होगा बुरा
उन्‍होंने पीएम की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्र के अस्मिता को दुनिया में बढ़ाने के साथ राष्ट्रीय पुनरुत्थान का काम देश में पहली बार प्रारंभ हुआ। देश में गुलामी की एक-एक निशानी मिटानी है। उन्होंने कहा कि आज देश एक ऐसे मोड़ पर आ गया है, जहां से राष्ट्रीय अस्मिता को बढ़ाने के लिए हर हिंदू को आगे आना होगा। भगवान राम को इमाम-ए-हिंद मानने वाले शिया समुदाय के साथ मुस्लिम बहनें भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जल्द से जल्द चाहती हैं। उन्‍होंने रामसेतु को तोड़ने के करुणानिधि के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की याचिका दायर करने का जिक्र करते हुए कहा कि जो भी इस काम में रोड़ा बना सबका क्या हश्र हुआ, बताने की आवश्यकता नहीं है। इसी तरह अब भगवान राम का अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का समय नजदीक आ रहा है। भगवान राम के मंदिर निर्माण को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती है।

ट्रेंडिंग वीडियो