पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने पर फोकस
पदभार संभालने के साथ ही शीला दीक्षित की पहली नजर पार्टी में जारी असंतोष को दूर करना और नेता-कार्यकर्ताओं को एक जुट करने पर रहेगी। ताकि चुनाव से पहले पार्टी जनता के बीच अच्छी छवि के साथ पहुंचे। दरअसल शीला की ताजपोशी से पहले ही माकन गुट के नेताओं ने दूरी बना ली है, कुछ बीमार हैं तो कुछ बाहर।
शीला दीक्षित के शपथग्रहन समारोह में सभी पूव्र सांसदों, विधायकों व पार्षदों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। शथप ग्रहन समारोह को एक बड़े कार्यक्रम के आयोजन का रूप देने का पूरा प्रयास किया गया है ताकि आप व भाजपा को संदेश दिया जा सके कि वे अब कांग्रेस को हल्केपन से न ले।