बिना प्रधानमंत्री चेहरे के चुनावी मैदान में उतरेगा महगठबंधन
शरद यादव ने कहा कि चुनावी मैदान में महागठबंधन का कोई चेहरा नहीं होगा। शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए शरद यादव ने कहा, ‘केंद्र की वर्तमान सरकार की विदाई तय है, क्योंकि देश के हालात काफी विकट हैं। साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वर्तमान सरकार के खिलाफ महागठबंधन मैदान में उतरेगा, लेकिन उसका कोई चेहरा नहीं होगा।’
2019 में मोदी सरकार की होकर रहेगी विदाई
शरद यादव ने पिछले महीने भी इस बात पर जोर दिया था कि अगर महागठबंधन होता है तो एलजेडी इसका समर्थन करेगी। शरद यादव ने कहा कि 2019 का चुनाव रफाल डील, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। शरद यादव ने इस दौरान बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। शरद यादव ने कहा कि पीएम मोदी ने चुनाव से पहले हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने उसे पूरा नहीं किया।
आरक्षण के मुद्दे पर चुप्पी साध गए शरद यादव
शरद यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर पूछे गए सवालों पर चुप्पी साधे रखी। यादव ने कहा कि सरकार को सड़क, पानी, बिजली, रोजगार पर ध्यान देना चाहिए, जो नहीं दिया जा रहा है। राज्यों में महागठबंधन को लेकर सवाल पूछे जाने पर यादव ने कहा राज्यों की स्थिति अलग होती है। आमचुनाव में प्रधानमंत्री पद के चेहरे संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव बिना किसी चेहरे के लड़ा जाएगा. चुनाव के बाद सब मिलकर चेहरा तय कर लेंगे।