रिपोर्ट में हुआ चौंकान वाला खुलासा
आपको बता दें कि दरअसल सरकारी आंकड़े बताते हैं कि बीते चार वर्ष में केवल सात एयरपोर्ट चालू हुए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय यानी सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के 2017-18 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) के पास 129 हवाईअड्डे हैं। जिसमें से 23 अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं जबकि 78 घरेलू उड़ानों के लिए हैं। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय के एयरफील्ड में 20 सिविल एनक्लेव भी हैं जिन्हें उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसी वर्ष 19 जुलाई और 8 अगस्त को संसद के पटल पर लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया गया कि मौजूदा समय में देश में 129 हवाईअड्डे हैं जिनमें से 101 चालू हालत में हैं जबकि 28 बंद पड़े हैं। इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय की 2013-14 की वार्षिक रिपोर्ट कहती है कि देश में 31 मार्च, 2014 तक एएआइ के पास 125 हवाईअड्डे थे। जिनमें से 94 चालू हालत में थे और 31 बंद पड़े थे। चालू हालत वाले एयरपोर्ट में सिविल एनक्लेव भी शामिल हैं। जाहिर है इससे पता चलता है कि बीते चार वर्ष में महज सात एयरपोर्ट ही चालू हुए हैं। अब इन दोनों रिपोर्टों को सही माना जाए तो फिर सिक्किम में पीएम मोदी के दावे गलत साबित होते हैं और यदि पीएमओ के वर्तमान आंकड़ों को सही माना जाए तो क्या एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय गलत आंकड़े पेश कर रही है? यह एक बहुत बड़ा सवाल है।