12 सितंबर को किए गए थे निष्कासित
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ब्रजकिशोर त्रिपाठी और ओडिशा जनमोर्चा प्रमुख जग्नेश्वर बाबू मौजूद थे। राउत को 12 सितंबर को पार्टी-विरोधी गतिविधि के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि वह नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे। पारादीप से सात बार विधायक रहे राउत ने राज्य सरकार में सिलसिलेवार घोटालों का मुद्दा उठाकर सनसनी मचा दी थी। बता दें कि उड़ीसा में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में दामोदर राउत मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खिलाफ मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। पिछले चुनाव में बीजू जनता दल (बीजद) 117 सीटें जीती थी।