scriptमाल्या जी 40 साल तक चुकाते रहे हैं लोन, अब चोर कहना गलत: नितिन गडकरी | Nitin Gadkari says Can't call Vijay Mallya thief for one default | Patrika News

माल्या जी 40 साल तक चुकाते रहे हैं लोन, अब चोर कहना गलत: नितिन गडकरी

Published: Dec 14, 2018 04:07:19 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

मोदी सरकार के सबसे कद्दावर मंत्रियों में सुमार नितिन गडकरी ने कहा है कि माल्याजी को चोर कहना गलत है।

Nitin Gadakri on Vijay Mallya

माल्या जी 40 साल तक चुकाते रहे हैं लोन, अब चोर कहना गलत: नितिन गडकरी

नई दिल्ली। भारतीय बैंकों का नौ हजार करोड़ लेकर विदेश भाग चुके उद्योगपति विजय माल्या को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एक बार कर्ज नहीं चुका पाने वाले माल्या जी को ‘चोर’ कहना ठीक नहीं है। गडकरी ने कहा कि पिछले चालीस साल तक माल्या समय से कर्ज चुकाते रहे हैं, ऐसे में सिर्फ एक मामले के आधार पर एकदम से चोर घोषित कर देना गलत है। इसके साथ ही उन्होंने सफाई भी दी कि उनका माल्या के साथ किसी तरह को कोई कारोबारी लेन-देन नहीं है।

40 साल तक कर्ज चुकाते रहे हैं माल्या: गडकरी

एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 40 साल तक माल्या नियमित भुगतान करते रहे थे। ब्याज भर रहे थे। 40 साल बाद जब वो एविएशन में गए और अड़चन में आए तो एकदम से चोर हो गए?। गड़करी ने आगे कहा कि जो 50 साल ब्याज भरता है वो ठीक है लेकिन एक बार डिफॉल्ट हो गया तो तुरंत फ्रॉड हो गया? ऐसी मानसिकता ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कारोबार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। अगर किसी को दिक्कत आती है तो उसका समर्थन किया जाना चाहिए।

किसी ने वित्तीय धोखाधड़ी की तो जेल भेजो: गडकरी

नितिन गडकरी ने देश में वित्तीय धोखाधड़ी करने वालों को लेकर सख्ती भी दिखाई। इसी कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा कि अगर नीरव मोदी या विजय माल्या जी ने वित्तीय धोखाधड़ी की है तो उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए,सजा होनी चाहिए। लेकिन अगर कोई परेशानी में हो और हम उसे धोखेबाज घोषित कर दें तो इससे हमारी अर्थव्यवस्था तरक्की नहीं कर सकती।

विजय माल्या को प्रत्यर्पित किया जाए: लंदन अदालत

बता दें कि सोमवार को लंदन की एक अदालत ने आदेश दिया कि बैंकों के साथ भारी धोखाधड़ी के आरोपों की सुनवाई के लिए भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या को ब्रिटेन से भारत को प्रत्यर्पित किया जाएगा। अदालत ने कहा कि यह अभियोग राजनीति से प्रेरित है, इसका कोई सबूत नहीं है। द वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत की एम्मा अर्बथनॉट ने कहा कि माल्या की पैरवी पर मीडिया का ज्यादा ध्यान होने के कारण संभावित प्रभाव की आलोचना को यह अदालत स्वीकार नहीं करती और यह भी कि इससे मामले की निष्पक्ष सुनवाई नहीं होगी। जज अर्बथनॉट ने कहा कि वह भारत सरकार के तर्क को स्वीकार करती हैं, क्योंकि माल्या एक हाईप्रोफाइल व्यक्ति है, तो उसकी सुनवाई अच्छी जांच के साथ की जाएगी।

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