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गडकरी के ‘माल्या जी को चोर कहना गलत’ वाले बयान पर मचा बवाल, फिर दी कुछ ऐसी सफाई

Published: Dec 14, 2018 07:01:23 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

गुरुवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि 40 साल तक माल्या नियमित भुगतान करते रहे थे। ब्याज भर रहे थे। 40 साल बाद जब वो एविएशन में गए और अड़चन में आए तो एकदम से चोर हो गए?।

Nitin Gadkari

गडकरी के ‘माल्या जी को चोर कहना गलत’ वाले बयान पर मचा बवाल, फिर दी कुछ ऐसी सफाई

नई दिल्ली। भारतीय बैंकों का 9 हजार करोड़ लेकर भागे विजय माल्या पर ‘माल्याजी को चोर कहना अनुचित है’ कहकर विवादों में आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अब अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि धोखाधड़ी जैसे अपराध किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इस बयान पर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया था।

मंत्री ने अब क्या सफाई दी

गडकरी ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा है कि व्यापार चक्र मंदी और वित्तीय धोखाधड़ी में अंतर स्पष्ट है। मेरा बयान नौकरियों की रक्षा के लिए मंदी के दौरान समर्थन के बारे में है। धोखाधड़ी पूरी तरह से अस्वीकार्य है।

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https://twitter.com/nitin_gadkari/status/1073476747180589056?ref_src=twsrc%5Etfw

गडकरी ने पहले क्या कहा था

गुरुवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि 40 साल तक माल्या नियमित भुगतान करते रहे थे। ब्याज भर रहे थे। 40 साल बाद जब वो एविएशन में गए और अड़चन में आए तो एकदम से चोर हो गए?। गड़करी ने आगे कहा कि जो 50 साल ब्याज भरता है वो ठीक है लेकिन एक बार डिफॉल्ट हो गया तो तुरंत फ्रॉड हो गया? ऐसी मानसिकता ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कारोबार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। अगर किसी को दिक्कत आती है तो उसका समर्थन किया जाना चाहिए।

ब्रिटेन से भारत को प्रत्यर्पित किया जाएगा माल्या

लंदन की द वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 10 दिसंबर को आदेश दिया कि बैंकों के साथ भारी धोखाधड़ी के आरोपों की सुनवाई के लिए भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या को ब्रिटेन से भारत को प्रत्यर्पित किया जाएगा। जस्टिस एम्मा अर्बथनॉट ने कहा कि माल्या की पैरवी पर मीडिया का ज्यादा ध्यान होने के कारण संभावित प्रभाव की आलोचना को यह अदालत स्वीकार नहीं करती और यह भी कि इससे मामले की निष्पक्ष सुनवाई नहीं होगी। कोर्ट ने कहा कि वह भारत सरकार के तर्क को स्वीकार करती हैं। जिसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि हम विजय माल्या को जल्द से जल्द भारत लाएंगे। सीबीआई की अपनी अतंर्निहित ताकतें हैं। हमने इस मामले में कठोर परिश्रम किया है। सीबीआई हमेशा से तथ्यों पर मजबूत थी और कानूनी रूप से हम प्रत्यर्पन प्रक्रिया के समय आश्वस्त थे।

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