मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने पहुंचे दोनों नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के नाम को आगे बढ़ाया है। इन नेताओं का कहना है कि संजय निरुपम की जगह देवड़ा को प्रदेश की कमान सौंपी जाए। दोनों नेताओं ने निरूपम के एक पक्षीय काम करने वाला बताया।
अपने नाम और प्रदेश में चल रही खींचतान को लेकर मिलिंद देवड़ा का भी बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मुंबई ईकाई में हो रही खींचतान से में काफी निराश हूं। इससे ना सिर्फ पार्टी को नुकसान होगा बल्कि विरोधी मजबूत होंगे। देवड़ा ने कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने पर फिर से विचार करेंगे और यदि मौजूदा स्थिति कायम रही तो वह राजनीति में नहीं रहना चाहेंगे।
देवड़ा यहीं नहीं रुके उन्होंने ट्वीट कर पार्टी में चल रहे असंतोष पर दुख जाताया। देवड़ा ने लिखा जो कुछ भी हो रहा है उससे मैं निराश हूं और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मेरे रुख से पार्टी अवगत है। बहरहाल, मुझे अपने केंद्रीय नेतृत्व और हमारी पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों को लेकर उसकी प्रतिबद्धता पर पूरा यकीन है। देवड़ा का ये ट्वीट साफ बता रहा है कि कांग्रेस की मुंबई ईकाई में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले ये कांग्रेस खेमे के लिए भी चिंता विषय है। समय रहते इस विवाद को सुलझाया नहीं गया तो बड़ा नुकसान भी हो सकता है।