मेरे पिता को मोदी जी से थी उम्मीदें- महबूबा
श्रीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं महबूबा मुफ्ती ने कहा, ”मेरे पिता का विजन काफी बड़ा था। वह चाहते था कि वाजपेयी जी द्वारा शुरू राजनीतिक प्रक्रिया को मोदी जी द्वारा आगे बढ़ाया जाए। हमने सोचा कि भले ही यह हमें राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाएगा, लेकिन हम कश्मीरियों को उस स्थिति से बाहर ले जा सकेंगे जहां वो हैं। यही असली उद्देश्य था, लेकिन हमारा सबकुछ छिन गया।”
इमरान खान चाहते हैं भारत से अच्छे रिश्ते
वहीं महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान के नए पीएम बनने के बाद भारत-पाक के रिश्तों पर बोलते हुए कहा का, लोग कहते हैं कि इमरान खान सेना के लिए एक प्रतिनिधि हैं, यदि ऐसा है तो बेहतर है क्यों कि, इससे भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर हो सकते हैं, क्योंकि इमरान खान भारत के साथ अच्छे रिश्तों की वकालत कर चुके हैं।
महबूबा ने कहा, हम एक मौका देख रहे हैं लेकिन हमें घरेलू राजनीति की वजह से इंतजार करना होगा। चुनाव के दौरान पाकिस्तान में कश्मीर और भारत मसला नहीं है, लेकिन भारत में दुर्भाग्य से पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर ज्यादा वोट की आशा की जाती है। यही समस्या है।