मेघालय विधानसभा अध्यक्ष दोनकुपर रॉय का इलाज हरियाणा के मेदांता अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से चल रहा था। अस्पताल में ही रॉय ने अंतिम सांस ली। महबूबा मुफ्ता का भड़काऊ बयान, बारूद को हाथ लगाने जैसा है 35A से छेड़छाड़ करना
एक साल के लिए बने सीएम
10 नवंबर 1954 को जन्मे दोनकुपर रॉय की गिनती पूर्वोत्तर के बड़े राजनीतिज्ञों में की जाती है। रॉय मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री रहने के साथ यूनाटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख भी रहे।
10 नवंबर 1954 को जन्मे दोनकुपर रॉय की गिनती पूर्वोत्तर के बड़े राजनीतिज्ञों में की जाती है। रॉय मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री रहने के साथ यूनाटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख भी रहे।
खास बात यह है कि दोनकुपर रॉय सिर्फ एक साल ही मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर पाए। 19 मार्च 2008 को जहां उन्होंने सीएम की शपथ ली वहीं ठीक 19 मार्च 2009 को उनकी सरकार गिर गई और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
तेलंगाना में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपाल रेड्डी का निधन ऐसे बने थे विधानसभा के अध्यक्ष
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख दोनकुपर रॉय को मार्च महीने में ही मेघालय विधानसभा का स्पीकर बनाया गया था।
यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख दोनकुपर रॉय को मार्च महीने में ही मेघालय विधानसभा का स्पीकर बनाया गया था।
एनपीपी नीत मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) में उनकी पार्टी मुख्य घटक दल है। ऐसे में दोनकुपर रॉय को 56 में से 35 वोट मिले थे। दोनकुपर रॉय राज्य विधानसभा में सबसे लंबे समय से विधायक रहे।
विपक्षी दल कांग्रेस के उम्मीदवार वी डी संगमा को केवल 20 वोट ही मिले। एक वोट अवैध करार दिया गया जबकि एक विधायक सत्र से अनुपस्थित थे। गुप्त मतदान में डाले गए वोटों की गिनती के बाद टिमोथी डी शीरा ने दोनकुपर रॉय को राज्य विधानसभा का अध्यक्ष घोषित किया।