20 से ज्यादा नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा बताया जा रहा है कि 20 से अधिक कर्नाटक कांग्रेस के विधायक और एमएलसी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इनमें दिनेश गुंडा राव, कृष्णा गौड़ा, आरवी देशपांडे, ईश्वर खांडरे, अजय सिंह, विजय सिंह, राजशेखर पाटिल और उमेश जाधव जैसे दिग्गज शामिल हैं। उत्तरी कर्नाटक के एक विधायक का मानना है कि वीराशिवा और लिंगायतों को नजरअंदाज करने के कारण पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए उत्तरी कर्नाटक के विधायकों को मंत्रिमंडल में तरजीह देना चाहिए। इसके पहले कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एसआर पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके पीछे उन्होंने चुनाव में कम सीटों पर जीत मिलने को प्रमुख कारण बताया था। हालांकि, कहा जा रहा है कि मंगलवार शाम तक मंत्रालय को लेकर आखिरी मुहर कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी लगाएंगे।
22 मंत्रालय कांग्रेस के हाथ में गौरतलब है कि दोनों दलों की सहमति के बाद कैबिनेट में जेडीएस को 12, जबकि कांग्रेस को 22 मंत्रालय मिले हैं। जेडीएस के पास वित्त, पीडब्लयूडी, शिक्षा और टूरिज्म एंड ट्र्रांसपोर्ट जैसे अहम मंत्रालय रहेंगे तो वहीं कांग्रेस को गृह, स्वास्थ्य, कृषि, अर्बन और रूरल डेवलेपमेंट, वन और पर्यावरण, लेबर, महिला और बाल विकास खाद्य, युवा और खेल, हाउसिंग, खनन, हज, वक्फ और अल्पसंख्यक मंत्रालय मिले हैं। अब देखना यह है कि दिल्ली में डेरा डाले किन नेताओं की चांदी होती है और कौन खाली हाथ वापस आते हैं। मंगलवार शाम राहुल गांधी इस संशय को भी दूर कर देंगे।