पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, 19 जनवरी को होने वाली विपक्ष की महारैली भाजपा के लिए विदाई की आहट होगी। आपको बता दें इस महारैली में एसपी, बीएसपी समेत भाजपा का बागी शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल होंगे। इसके अलावा कर्नाटक में कांग्रेस के सहयोगी दल जेडीएस के नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी ममता की रैली में शामिल होने के लिए निकल गए हैं। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ममता की महारैली को लेकर उन्हें एक चिट्टठी लिखी है और अपना समर्थन जताया है।
महागठबंधन को खतरा तो नहीं!
ममता की इस महारैली को लेकर जहां भाजपा के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है वहीं महागठबंधन पर भी खतरा मंडरा रहा है। चुनाव से पहले ममता इस रैली के जरिये विरोधियों को बड़ा संदेश देने के मूड में है। वहीं ममत के पीएम उम्मीदवार बनने की चर्चा पर राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है। ममता कह चुकी हैं कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा 125 सीटों के अंदर ही सिमट जाएगा, जबिक क्षेत्रिय दल इस बार निर्णायक भूमिका अदा करेंगे।
ऐसे में महागठबंधन में बड़ी दरार पड़ सकती है। ऐसा होता है तो कांग्रेस की अगुवाई में बड़ रहे महागठबंधन को बड़ा झटका लगेगा और राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनने का सपना अधूरा रह सकता है।
ममता की इस महारैली को लेकर जहां भाजपा के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है वहीं महागठबंधन पर भी खतरा मंडरा रहा है। चुनाव से पहले ममता इस रैली के जरिये विरोधियों को बड़ा संदेश देने के मूड में है। वहीं ममत के पीएम उम्मीदवार बनने की चर्चा पर राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है। ममता कह चुकी हैं कि इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा 125 सीटों के अंदर ही सिमट जाएगा, जबिक क्षेत्रिय दल इस बार निर्णायक भूमिका अदा करेंगे।
ऐसे में महागठबंधन में बड़ी दरार पड़ सकती है। ऐसा होता है तो कांग्रेस की अगुवाई में बड़ रहे महागठबंधन को बड़ा झटका लगेगा और राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनने का सपना अधूरा रह सकता है।
ममता बनर्जी कि ओर से आयोजित विपक्ष की इस महारैली में कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पार्टियां शामिल होंगी. विपक्ष की महारैली में लाखों समर्थकों के शामिल होने की संभावना है। तृणमूल कांग्रेस के अलावा इस रैली में कांग्रेस, टीडीपी, एसपी, आरजेडी, जेडीएस, एनसीपी, डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आम आदमी पार्टी आदि पार्टियों के नेताओं के नजर आने की संभावना है। रैली में मंच पर साथ नजर आने वाले ये दल आगामी लोकसभा चुनाव में केंद्र की बीजेपी सरकार को हटाने का स्पष्ट आह्वान करेंगे।
इन्होंने बनाई दूरी
ममता की रैली में जहां कश्मीर से कन्याकुमारी के नेता शामिल हो रहे हैं। वहीं बसपा प्रमुख मयावाती और टीआरएस प्रमुख केसीआर ने दूरी बना ली है। दरअसल तेलंगाना के सीएम केसीआर गैर कांग्रेस-गैर बीजेपी दलों के साथ फेडरल फ्रंट बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने पश्चिम बंगाल जाकर ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। वहीं मायावती भी इस रैली में शामिल नहीं होंगी।
ममता की रैली में जहां कश्मीर से कन्याकुमारी के नेता शामिल हो रहे हैं। वहीं बसपा प्रमुख मयावाती और टीआरएस प्रमुख केसीआर ने दूरी बना ली है। दरअसल तेलंगाना के सीएम केसीआर गैर कांग्रेस-गैर बीजेपी दलों के साथ फेडरल फ्रंट बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने पश्चिम बंगाल जाकर ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। वहीं मायावती भी इस रैली में शामिल नहीं होंगी।