तीन महीने पहले लगाया गया था आरटीआई
एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत सिंह गौनिया ने फरवरी, 2018 में आरटीआई लगाकर केजरीवाल सरकार के कार्यकाल के दौरान उनके कार्यालय में हुए इस खर्च के बारे में जानकारी मांगी थी। आरटीआई का जो जवाब आया, वो बेहद ही चौंकाने वाला था। हेमंत सिंह ने बताया कि केजरीवाल ऑफिस की ओर से जो खर्च का ब्यौरा पिछले हफ्ते आया है। इसमें 2015-16 के दौरान चाय नाश्ते पर 23.12 लाख रुपए खर्च किए गए। वहीं, 2016-17 में यह खर्च बढ़कर 46.54 लाख रुपए हो गया। जबकि, 2017-18 में दिल्ली ऑफिस में चाय-नाश्ते पर 33.36 लाख रुपए खर्च हुए। वहीं, 2016-2017 में चाय-नाश्ते पर सबसे ज्यादा 46.54 लाख रुपए हुए, इसमें 22,42,320 रुपए सचिवालय ऑफिस और 24,86,921 रुपए रेसिडेंस कैंप ऑफिस पर खर्च हुए हैं। साल 2015-16 में चाय-नाश्ते पर कुल 23.12 लाख रुपए खर्च हुए। इसमें कैंप ऑफिस पर 5,59,280 रुपए खर्च किए गए, जबकि सचिवालय ऑफिस पर चाय-नाश्ते पर 17,53,150 रुपए खर्च किए गए। वहीं, 2017-18 में 33.36 लाख रुपए खर्च हुए, इसमें सचिवालय ऑफिस में चाय-नाश्ते पर 6,92,284 लाख रुपए खर्च हुए, जबकि कैंप ऑफिस में 26,44,615 रुपए खर्च किए गए हैं।
दो ऑफिस में चाय-नाश्ते पर हुआ 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च
खर्च का ब्यौरा देखने के बाद आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत सिंह ने कहा कि सरकार को इस खर्च पर कंट्रोल करना चाहिए। इन पैसों को उन लोगों पर खर्च करना चाहिए, जिन्हें एक वक्त का खाना तक नसीब नहीं है। उन्होंने इस बाबत सीएम ऑफिस को एक पत्र भी लिखा है, जिसका जवाब अब तक नहीं आया है। उन्होंने कहा, ‘मैं आशा करता हूं कि सरकार इस खर्च में जरूर कटौती करेगी।’ हेमंत सिंह ने आगे बताया कि चाय-नाश्ते पर यह खर्च दो ऑफिसों में किया गया है। पहला सचिवालय स्थित ऑफिस में और दूसरा कैंप ऑफिस में। यहां आपको बता दें कि साल 2014 में अरविंद केजरीवाल सेन्ट्रल दिल्ली के भगवान दास रोड स्थित ‘दो डुप्लेक्स फ्लैट्स’ में अपने पूरे परिवार के साथ शिफ्ट हुए थे। एक डुप्लेक्स में वो खुद रहते हैं, जबकि दूसरे डुप्लेक्स में उन्होंने कैंप ऑफिस बना रखा है।