Updates– – जयनगर से हारी भाजपा – दस हजार वोटों से आगे निकलीं कांग्रेस की सौम्या रेड्डी -चौथे दौर की काउंटिंग के बाद कांग्रेस की सौम्य रेड्डी से पांच हजार वोटों से पिछड़े भाजपा के बीएन प्रह्लाद
– पहले दौर की मतगणना में 427 वोटों से पिछड़ी भाजपा कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर चुनाव आयोग के मुताबिक बेंगलुरु की जयनगर सीट पर 55 प्रतिशत मतदान हुआ था। जयनगर सीट पर कुल 19 उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही था। भाजपा ने दिवंगत विधायक बीएन विजयकुमार के भाई बी.एन प्रहलाद को टिकट दिया था जबकि कांग्रेस ने सिद्धारमैया सरकार में गृह मंत्री रहे रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को मैदान में उतारा था। जेडीएस ने इस सीट पर कांग्रेस को समर्थन दिया था।
पाक ने फिर जाहिर किए नापाक इरादे, सीमा पर फायरिंग में चार जवान शहीद भाजपा को सहनुभूति वोट मिलने की उम्मीद बता दें कि कर्नाटक में चुनाव से ठीक पहले 4 मई को बीजेपी उम्मीदवार बीएन विजय कुमार की चुनाव प्रचार के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मृत्य हो गई थी। बीएन विजयकुमार जयानगर विधानसभा सीट से दो बार के विधायक रहे थे। उनकी लोकप्रियता के चलते भाजपा ने उन्हें फिर से इस सीट पर टिकट दिया था लेकिन इसी बीच चुनाव से पहले ही उनका निधन हो गया। अब उनकी मौत के बाद भाजपा उम्मीद कर रही थी कि उसे सहानुभूति के वोट जरूर मिलेंगे। साथ ही पार्टी को उम्मीद है कि जिस तरह जोड़-तोड़ कर के कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक में सरकार बनाई है, उससे लोगों में गुस्सा है और इसलिए लोगों ने भाजपा के पक्ष में वोट दिया होगा।
कांग्रेस को उतरते मोदी मैजिक से आस कर्नाटक के चुनावों में आये रुझानों से उत्साहित कांग्रेस जयनगर सीट पर विजय की उम्मीद कर रही थी। पार्टी का मानना है कि मोदी के उतरते जादू का जो असर कर्नाटक चुनाव में देखा गया वह इस सीट पर भी दिखेगा और कांग्रेस उम्मीदवार विजयी रहेंगी।
कांग्रेस आज देगी इफ्तार पार्टी, पांच सितारा होटल में जुटेगा विपक्षी कुनबा हालांकि इन चुनावों से कर्नाटक में शक्ति संतुलन पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ेगा लेकिन कांग्रेस के लिए इस सीट पर जीतना नैतिक रूप से बहुत बड़ी सफलता दिलाने वाला है ।