राहुल गांधी के खिलाफ मीनाक्षी लेखी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज 36,042 मतों से हार गए थे विधानसभा चुनाव दरअसल, 2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी से चुनाव हार गए थे। उन्हें जेडीएस के जीटी देवेगौड़ा ने 36,042 मतों से हराया था। हालांकि उत्तर कर्नाटक के बादामी विधानसभा क्षेत्र से वह चुनाव जीतने में सफल रहे । चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस प्रत्याशी सीएच विजयशंकर के समर्थन में प्रचार करने के लिए उन्होंने जयपुरा में जेडीएस के उस विधायक के साथ मंच साझा किया जिसने उन्हें चामुंडेश्वरी सीट पर हराने का काम किया।
EVM पर फिर छिड़ी जंग, अभिषेक मनु सिंघवी ने EC पर लगाया बड़ा आरोप, सुप्रीम कोर्ट जाने की दी चेतावनी इस सीट ने दिया राजनीतिक जीवनदान मैसूर के जयपुरा में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में कांग्रेस-जेडीएस की संयुक्त चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र का विकास होना चाहिए। मैं यहां पांच बार जीत चुका हूं। इस निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की वजह से मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री बना। मेरा राजनीतिक करिअर यहीं के लोगों के समर्थन से परवान चढ़ा था।
टीडीपी सांसद रविंद्र कुमार बोले, ‘ईवीएम मुद्दे पर EC का हरि प्रसाद से बात न करना दुर्भाग्यपूर्ण’ चामुंडेश्वरी से 5 बार जीते चुनाव आपको बात दें कि सिद्धारमैया 1983 में लोकदल पार्टी के टिकट पर चामुंडेश्वरी से पहली बार चुने गए थे। उसके बाद यहां से पांच बार विधायक चुने गए। जबकि तीन बार हार का भी सामना करना पड़ा। 2006 में जेडीएस प्रत्याशी के साथ कांटे की टक्कर में केवल 257 मतों से जीत दर्ज करा पाए। 2008 से वरुणा सीट से चुनाव लड़ते रहे और 2018 में यह सीट उन्होंने अपने बेटे यतींद्र के लिए खाली कर दी।
Indian Politics से जुड़ी
Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर ..
Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए
Download patrika Hindi News App.