पीआईएल के पीछे राजनीति
सिब्बल ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच सके इसके लिए यह सब किया गया था। वहीं, पीआइएल दायर करने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सही कहा था कि पीआईएल के पीछे राजनीतिक मकसद था।
नागपूर में रहता है पीआईएल डालने वाला
कांग्रेस नेता में प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा, ‘हमें दुख है कि इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई और पीआइएल दाखिल की गई।’ उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति ने कोर्ट में पीआईएल डाली थी उसका नाम सूरज लोलगे था। सूरज नागपुर में रहता है। वहीं, सिब्बल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सूरज भाजपा और आरएसएस का करीबी है। सूरज ने सिविक चुनाव के लिए भाजपा से टिकट भी मांगा था।
न्यायपालिका खतरे में है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के नए न्यायाधीश के रूप में मुख्य न्यायाधीश के.एम. जोसेफ के नाम को मिली मंजूरी पर भी सवाल उठा। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि हम लगातार कह रहे हैं कि न्यायपालिका खतरे में है। बता दें कि के.एम जोसेफ उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।
कर्नाटक चुनाव: पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस लॉलीपॉप देकर जीतना चाहती है चुनाव
कोलेजियम की सिफारिशों को नजरअंदाज
सिब्बल ने आगे कहा कि कानून के तहत सुप्रीम कोर्ट का कोलेजियम जो कहता है वही होता है, लेकिन सरकार इससे अलग है। सरकार चाहती है कि अगर उनके मन मुताबिक नहीं हुआ तो कोलेजियम की सिफारिशों को नजरअंदाज किया जाएगा और सरकार उसे मंजूरी नहीं देगी।
भाजपा पर हमला
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, ‘बीजेपी कहते हैं कि देश बदल रहा है, लेकिन हम कहते हैं कि देश बदल चुका है।’ उन्होंने कहा कि आज सरकार न्यायपालिका के साथ जो बर्ताव कर रही है, वह पूरा देश जानता है। सरकार की मंशा साफ है कि वह जस्टिस जोसेफ को जज नहीं बनने देंगे।