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रफाल पर चिदंबरम ने मोदी सरकार को घेरा, बोले- जांच नहीं तो टॉस कर ले सरकार

locationनई दिल्लीPublished: Sep 24, 2018 03:24:53 pm

Submitted by:

Shivani Singh

रफाल पर ओलांद के खुलासे को जेटली ने नकारते हुए कहा था कि डील रद्द नहीं की जाएगी।

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रफाल पर चिदंबरम ने मोदी सरकार को घेरा, बोले- जांच नहीं तो टॉस कर ले सरकार

नई दिल्ली। रफाल पर मचे बवाल में अब कांग्रेस नेता और पूर्व वित्ता मंत्री पी.चिदंबरम ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार पर रफाल सौदे की जांच से इनकार को लेकर कहा कि यह दयनीय है कि सरकार घटनाओं के प्रवाह को नहीं देख रही। बता दें कि यह बातें चिदंबरम ने ट्वीट कर कही हैं।

कांग्रेस नेता ने लगातार ट्वीट कर कहा, ‘वित्त मंत्री कहते हैं कि सच के दो रूप नहीं हो सकते। बिलकुल सही। वित्त मंत्री के कहे अनुसार दो वर्जन हैं। कौन सा वर्जन सही है, यह जानने का सही रास्ता कौन सा है।’

https://twitter.com/PChidambaram_IN/status/1044063230300020736?ref_src=twsrc%5Etfw
वहीं, दूसरा ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘पहले रास्ते कि जांच के आदेश दिए जाए और दूसरा रास्ता सिक्का उछालकर तय किया जाए। मुझे लगता है कि वित्त मंत्री सिक्का उछालना ज्यादा पसंद करेंगे, जिसके दोनों तरफ उनकी जीत होगी।’
https://twitter.com/PChidambaram_IN/status/1044063316346204160?ref_src=twsrc%5Etfw

पूर्व वित्त मंत्री ने लिखा कि यह दयनीय है कि सरकार घटनाओं के प्रवाह को नहीं देख रही और जांच का आदेश देने से इनकार कर दिया। कौन जानता है कि अगले छह महीने या 12 महीने में क्या होगा।

ओलांद के खुलासे को जेटली ने किया खारीज

बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के रफाल सौदे में किए गए खुलासे को रविवार को खारिज कर दिया था। सफाई पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह साफ कर दिया था कि चाहे जो भी आरोप लगें, लेकिन रफाल डील रद्द नहीं की जाएगी। वहीं, ओलांद ने अपने खुलासे में कहा था कि दसॉ एविएशन के साथ रिलायंस डिफेंस की साझेदारी भारत सरकार के सुझाव पर की गई थी। इस मुद्दे पर फ्रांस सरकार ने कहा कि रफाल सौदे में भारतीय साझेदार को चुनने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। दासू ने कहा कि उसने खुद अपनी मर्जी से साझेदार चुना है।

इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए पीएम मोदी से तीन सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने लिखा, आपने ये ठेका अनिल अंबानी को ही क्यों दिलवाया? अनिल से कारोबारी संबंध हैं? रफाल घोटाले का पैसा किसकी जेब में गया?

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