scriptगुजरात चुनाव: कांग्रेस ने बनाई चुनावी रणनीति, केवल अनुरोध पर ही चुनाव प्रचार में उतरेंगे राहुल | Gujarat elections: Congress made electoral tactics Rahul will only go for campaigning on request | Patrika News

गुजरात चुनाव: कांग्रेस ने बनाई चुनावी रणनीति, केवल अनुरोध पर ही चुनाव प्रचार में उतरेंगे राहुल

Published: Aug 18, 2017 02:46:00 pm

Submitted by:

Mohit sharma

नई रणनीति के अनुसार अब राहुल केवल लोकल युनिट के अनुरोध पर ही राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करेंगे।

rahul gandhi
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए कांग्रेस ने गुजरात में होने वाले चुनाव में अपनी रणनीति बदलने का फैसला किया है। यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ सीधे उतरे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अब विधानसभा चुनावों में सीधे शामिल होने से परहेज करेंगे। नई रणनीति के अनुसार अब राहुल केवल लोकल युनिट के अनुरोध पर ही राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करेंगे। इसके लिए कांग्रेस गुजरात चुनाव में प्रचार का प्रभार किसी स्थानीय नेता को ही सौंपने पर विचार कर रही है।

कांग्रेस ने बनाई रणनीति

गुरुवार को कांग्रेस की ओर से आयोजित एक रणनीतिक बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई उच्च पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि दिसंबर में प्रस्तावित गुजरात विधानसभा में चुनाव की जिम्मेदारी कांग्रेस किसी स्थानीय नेता को ही देगी। इसके अलावा लोकल युनिट के अनुरोध पर ही गांधी परिवार का कोई भी सदस्य विधानसभा चुनाव में प्रचार करेगा। सूत्रों के अनुसार बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इस बार विधानसभा चुनाव में किसी पीआर कंपनी का सहारा नहीं लिया जाएगा। यह निर्णय उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली करारी हार के बाद लिया गया, जिसमें राहुल गांधी यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव के साथ सीधे चुनाव प्रचार में उतरे थे। यही ने प्रियंका गांधी ने भी विधान सभा चुनाव में प्रचार किया था। जब चूंकि इस चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था, तो राजनीतिक हलकों में इसको राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की राजनीतिक विश्वसनियता से जोड़कर देखा जा रहा है।

चार मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस

इसके साथ ही बैठक में चार मुद्दों को मतदाताओं के बीच में ले जाने की जाने की चर्चा भी हुई। इनमें महंगाई, भ्रष्टाचार, परेशान किसान और बेरोजगारी शामिल है। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सौलंकी के अनुसार 2014 से पहले कांग्रेस हिमाचल प्रदेश व कर्नाटक समेत कई राज्यों में इस मॉडल पर काम कर चुकी है, जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिले थे।

ट्रेंडिंग वीडियो