गांधी को 244 वोट मिले
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में अब तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। 785 में से कुल 771 वोट पड़े, जिसमें वेंकैया नायडू को 516 व गोपाल कृष्ण गांधी को 244 वोट मिले हैं। इससे पहले 2002 में सबसे ज्यादा 759 वोट पड़े थे। वहीं, 272 वोटों से जीतकर वेंकैया नायडू तीस वर्षों में सबसे ज्यादा अंतर से जीत दर्ज करने वाले उपराष्ट्रपित हो गए हैं। इससे पूर्व 1987 में डॉ शंकर दयाल शर्मा इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। जबकि 1997 में कृष्णकांत ने 168 वोट से जीत हासिल की थी।
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में अब तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। 785 में से कुल 771 वोट पड़े, जिसमें वेंकैया नायडू को 516 व गोपाल कृष्ण गांधी को 244 वोट मिले हैं। इससे पहले 2002 में सबसे ज्यादा 759 वोट पड़े थे। वहीं, 272 वोटों से जीतकर वेंकैया नायडू तीस वर्षों में सबसे ज्यादा अंतर से जीत दर्ज करने वाले उपराष्ट्रपित हो गए हैं। इससे पूर्व 1987 में डॉ शंकर दयाल शर्मा इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। जबकि 1997 में कृष्णकांत ने 168 वोट से जीत हासिल की थी।
चुनाव जीतने के बाद नायडू बोले चुनाव जीतने के बाद वेंकैया नायडू ने कहा, “राज्यसभा के सभापति के रूप में मैं निर्भय और निष्पक्ष होकर सदन का कामकाज संचालित करने की ईमानदार कोशिश करूंगा। मैं सदन के कामकाज के नियमों और संकल्पों के अनुसार काम करूंगा और सभी सदस्यों के सहयोग से सदन की मर्यादा को बनाए रखूंगा। नायडू 10 अगस्त को हामिद अंसारी का स्थान लेंगे। उन्होंने कहा, भारत के उपराष्ट्रपति के पद पर निर्वाचित कर मुझे जो सम्मान मिला है, उसके लिए मैं अभिभूत हूं। इस निर्वाचन के जरिए वह राज्यसभा के सभापति भी होंगे।