scriptभारत के संसदीय इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति का अभिभाषण बिना बहस के राज्यसभा में हुआ पास | first time in history of India President address pass without debate | Patrika News

भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति का अभिभाषण बिना बहस के राज्यसभा में हुआ पास

locationनई दिल्लीPublished: Feb 13, 2019 03:57:51 pm

Submitted by:

Dhirendra

राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर पक्ष और विपक्ष के बीच बुधवार तक सहमित नहीं बनने की वजह से इसे बिना बहस ही पास मान लिया गया।

rajyasabha

भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति का अभिभाषण बिना बहस के राज्यसभा में हुआ पास

नई दिल्‍ली। बुधवार का दिन बजट सत्र का अंतिम दिन था लेकिन सरकारी पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति न बन पाने के कारण अंतरिम बजट और कई बिल बिना बहस के पारित हुआ मान लिया गया। भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब सरकार को राज्‍यसभा में राष्ट्रपति का अभिभाषण बिना बहस के पारित कराना पड़ा। जानकारी के मुताबिक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति के बाद बिना बहस के ही राष्ट्रपति के अभिभाषण को राज्यसभा से पारित करवा लिया गया।
गलत परंपरा की शुरुआत
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि ऐसा संसदीय इतिहास में आज तक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार ऐसा हुआ है। इससे एक गलत परंपरा की शुरुआत हुई है। लेकिन कोई संसदीय संकट जैसी स्थिति पैदा नहीं होगी क्योंकि यह एक परंपरा है।
वोटिंग अनिवार्य नहीं
लोकसभा के पूर्व सेक्रेटरी जनरल पीडीटी अचारी ने एनबीटी से कहा कि संविधान में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर वोटिंग कराने को अनिवार्य नहीं किया गया है, लेकिन आर्टिकल 87 में राष्ट्रपति के भाषण पर बहस को अनिवार्य किया गया है। हालांकि राज्यसभा से बजट को पास कराना जरूरी नहीं है। बता दें कि अब तक अभिभाषण पर बहस हर बार हुई है।
नहीं बन पाई सहमति
आपको बता दें कि आजाद भारत के संसदीय इतिहास में पहली बार राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर बहस नहीं हुई। इसका परिणाम यह हुआ कि बुधवार को राज्‍यसभा अभिभाषण को बिना बहस ही पास कर दिया गया। बताया गया है कि अभिभाषण को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच बुधवार तक इस मुद्दे पर सहमित नहीं बन पाई। दूसरी तरफ राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस और वोटिंग हो चुकी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो