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रैली में दिल्ली के सातों सांसद रहेंगे मौजूद
आपको बता दें कि इस रैली को लेकर दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी खासे उत्साहित हैं। तैयारियों की कमान संभाले मनोज तिवारी और पूर्वांचल मोर्चे के अध्यक्ष मनीष सिंह को उम्मीद है कि भारी से भारी संख्या में पूर्वांचल के लोग इस रैली में शामिल होंगे। इधर दिल्ली प्रदेश के पूर्वांचल मोर्चे के प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि पूर्वांचली लोग भाजपा से बहुत गहराई से जुड़े हुए हैं। उनके इस योगदान को और अधिक मजबूती देने के लिए इस रैली का आयोजन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस अवसर पर दिल्ली के सभी सातों सांसद और प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे।
दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों का बड़ा प्रभाव है
आपको बता दें कि दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों और ज्यादातर विधानसभा की सीटों पर पूर्वांचली लोग अंतर पैदा करने में सक्षम हैं। पूर्वांचल के लोग अकेले दम पर ही किसी पार्टी को जीताने और हराने की क्षमता रखते हैं। यही वजह है कि कोई भी राजनीतिक दल पूर्वांचलियों से अलग नहीं हो सकता है। किसी भी कीमत पर पूर्वांचलियों को अपने साथ जोड़कर रखने के लिए राजनीतिक दल तमाम तरह के उपाय करते रहते हैं। बता दें कि पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए भाजपा ने अपने एक विशेष प्रकोष्ठ की स्थापना कर रखी है। इसके अलावे पहले सतीश उपाध्याय और फिर मनोज तिवारी को प्रदेश का अध्यक्ष बनाकर इसी वर्ग को साधने की कोशिश की है। बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्वांचलियों की उपेक्षा करते हुए टिकट का वितरण किया था जिसका खामियाजा चुनाव में हार के साथ भाजपा को चुकाना पड़ा। लेकिन अब हर एक कदम को भाजपा फूंक-फूंक कर रख रही है।