पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से ढक गए चार धाम, मैदानी इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश
वहीं, 26 साल की सैयद को लेकर वहां के लोगों की राय है कि एआईएमआईएम नेता के रहते हुए उनके लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। लेकिन सैदय अपने जीत के प्रति आश्वस्त हैं। सैयद ने एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए बताया कि अब जनता बदलाव चाहती है। अब लोग धर्म से हटकर नौकरी और विकास के लिए वोट करेंगे। एआईएमआईएम इन वादों के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन उसने इस ओर कुछ नहीं किया। वह अपने किसी भी लक्ष्य को पूरा करने में असफल रही है। इसलिए मेरे लिए जीतने का यह अच्छा मौका है।
कौन है शाहजसी सैयद
बता दें कि 26 साल की शाहजसी सैयद ओसमानिया विश्वविद्यालय से पढ़ी हुई हैं। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में पोस्टग्रेजुएट किया है। वहीं, ओसमानिया विश्वविद्याल ज्वाइन करने के बाद वे 2014 में हैदराबाद आ गई थी। सैयद 2009 में एक अलग राज्य की मांग के लिए शुरू हुए आंदोलन के बाद से राजनीति में सक्रिय हूं हैं। तभी वह एबीवीपी का हिस्सा बनी।
ऐश्वर्या राय रहीं हैं इस फेमस कॉलेज की स्टूडेंट और पास में हाई-फाई डिग्री, तेज प्रताप हैं
एबीवीपी प्रगतिशील और लोकतांत्रिक छात्र संगठन
वहीं, एबीवीपी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह सबसे ज्यादा प्रगतिशील और लोकतांत्रिक छात्र संगठन है और उनके राष्ट्रवाद की भावना से मैं प्रभावित हूं। बता दें कि वह एबीवीपी में कई पदों पर रह चुकी हूं।” 7 अक्टूबर को भाजपा में शामिल होने से पहले सैयद एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की सदस्य भी थी।