साउथ पोल पर पहुंचने वाली पहली महिला बनीं ITBP की डीआईजी अपर्णा कुमार, दिल्ली
केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोग एक बदलाव चाहते हैं। वे मोदी सरकार से तंग आ चुके हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा हार जाएगी। इस दौरान उन्होंने आप पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेताओं सांसद भगवंत मान, विपक्ष के नेता हरपाल चीमा और विधायक अमन अरोड़ा से भी मुलाकात भी की।
आपको बता दें कि आप ने अक्टूबर में लोकसभा सीट के लिए पांच उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी। ये सीटें हैं संगरूर, फरीदकोट, होशियारपुर, अमृतसर और आनंदपुर साहिब। पंजाब से आप के दो सांसद, धरमवीरा गांधी और हरिंदर खालसा, जिन्हें अगस्त 2015 में आप से निलंबित कर दिया गया था, उन्हें अब तक पार्टी के उम्मीदवारों के रूप में नामित नहीं किया गया है। उनका निलंबन भी निरस्त नहीं किया गया है। आप ने दो मौजूदा सांसदों भगवंत मान (संगरूर) और साधु सिंह (फरीदकोट) की उम्मीदवारी बरकरार रखी है।
गौरतलब है कि 2014 के आम चुनावों में पंजाब में चार लोकसभा सीटें जीती थीं। 2014 में आप उम्मीदवारों ने अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। पार्टी उस चुनाव में देश में कहीं और एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत सकी थी। आपको बता दें कि पंजाब में 13 लोकसभा सीटें हैं।
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मार्च 2017 से राज्य में कांग्रेस सत्ता में है। आप ने पंजाब में पारंपरिक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के खिलाफ तीसरे विकल्प के रूप में बहुत सारी उम्मीदें दिखाई थीं, लेकिन पिछले दो वर्षों से पार्टी में अंदरूनी विवाद व विद्रोह की खबरें आती रही हैं। विधायक सुखपाल सिंह खैरा, एच.एस. फुल्का और बलदेव सिंह पार्टी छोड़ चुके हैं। फुल्का विधायक पद से भी इस्तीफा दे चुके हैं।