भाजपा कार्यकर्ता का शव मिलने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इसे टीएमसी और पुलिस की साजिश करार दिया है।
पश्चिम बंगाल में एक और शव मिलने से बढ़ा तनाव, विजयवर्गीय बोले – प्रजातंत्र शर्मिंदा है
पुरुलिया। पश्चिम बंगाल में एक और शव मिलने से हड़कंप मच गया है। परुलिया के डाभा गांव में शव बिजली के खंभे से लटका हुआ मिला है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। मृतक का नाम दुलाल कुमार है और उसे भाजपा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। तीन दिन में भाजपा कार्यकर्ता की मौत का ये दूसरा मामला सामने आया है। बता दें 30 मई को 18 साल के भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो का शव पेड़ से लटका मिला था। पुलिस की क्राइम ब्रांच हत्या के इन मामलों की जांच कर रही है। इन मौतों के लिए भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है।
जीजा के साथ मिलकर नर्स ने रची बुजुर्ग दंपति की हत्या की साजिश, ऐसे हुआ खुलासा ‘ शर्मिंदा है प्रजातंत्र ‘ पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पुलिस पर सवाल उठाए और लिखा है कि, ‘हम शर्मिंदा हैं, शायद प्रजातंत्र भी शर्मिंदा है!’ उन्होंने आगे लिखा, ‘डीजी के पूर्ण प्रयास के बाद भी आखिर पुरुलिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता की लाश सुबह टॉवर पर लटकी हुई मिली है’!। कैलाश विजयवर्गीय ने इसे पुलिस और टीएमसी की साजिश करार देते हुए ये भी लिखा, ‘ यह पुलिस और #TMC के गुंडों का षड्यंत्र है।
Video: सट्टेबाजी केस में अरबाज खान की थाने में हुई पेशी, साथ में थे सलमान के बॉडीगार्ड शेरा वहीं बंगाल भाजपा ने ट्विटर पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी पर निशाना साधा। ट्वीट में लिखा है, “तृणमूल कांग्रेस के गुंडे सांसद अभिषेक के कहने पर पुरुलिया में विपक्ष को खत्म करने का काम कर रहे हैं।” बता दें कि अभिषेक बनर्जी टीएमसी चीफ ममता बनर्जी के भतीजे हैं।
उधर टीएमसी ने भाजपा के आरोप को निराधार बताया है। टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि, ‘इस घृणित काम की निंदा करता हूं। सभी एंगल से जांच की जानी चाहिए। इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को सजमा मिलनी चाहिए। झारखंड सीमा की क्या भूमिका निभाई गई है। बजरंगदल, नक्सलवादी या भाजपा के कौन से तत्व शामिल रहे। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी’।
आप को यहां बता दें कि ये एक हफ्ते में भाजपा कार्यकत्रा की मौत का दूसरा मामला है। 2 दिन पहले त्रिलोचन महतो नाम के एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर उसके शव को पेड़ से लटका दिया गया था। कातिलों ने मृतक की पीठ पर ‘ भाजपा के लिए काम करोगे तो यही हश्र होगा’ यह संदेश भी लिख दिया था। घटना सामने आने के बाद देश भर में कड़ी निंदा हुई। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर इस हत्या का आरोप लगाया। वहीं टीएमसी ने इसके पीछे अपना हाथ होने से इनकार किया था। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस भेजा है।