बीजेपी ने उठाया कमजोर विपक्ष का लाभ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल के दौरान 174 विधेयकों में से 170 पास हुए। यानि 98 फीसदी से ज्यादा विधेयक पास कराने में मनोहर लाल खट्टर सरकार सफलता मिली। साफ है कि सदन में बहुमत होने और विपक्ष के बिखरे होने का लाभ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरी तरह से उठाया।
किरण चौधरी ने पूछे सबसे ज्यादा सवाल चुनाव वॉचडॉग्स (एडीआर और एचईडब्ल्यू) के मुताबिक कुल विधानसभा सदस्यों वाले सदन में से केवल 16 विधायकों ने कोई प्रश्न नहीं पूछा। रिपोर्ट के मुताबिक यदि प्रश्न पूछा जाना विधायकों के प्रदर्शन का पैमाना माना जाए तो कांग्रेस की तोशाम निर्वाचन क्षेत्र की विधायक किरण चौधरी 225 प्रश्नों के साथ पहले स्थान पर रहीं। उनके बाद डबवाली विधानसभा क्षेत्र से इंडियन नेशनल लोकदल की नैना सिंह चौटाला का स्थान है।
टॉप—10 नेताओं में बीजेपी से केवल एक नेता पांच साल के दौरान प्रश्न पूछे जाने को लेकर शीर्ष 10 नेताओं की बात की जाए तो सत्तारूढ़ बीजेपी की सिर्फ एक विधायक प्रेम लता का नाम शामिल है। लेकिन 15 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने न ही राज्य के बारे में और न ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के बारे में एक भी सवाल पूछने की जहमत उठाई।
प्रश्न नहीं पूछने वालों में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और बीजेपी के कैप्टन अभिमन्यु के नाम भी शामिल हैं। चौंकाने वाली बात
एडीआर रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम के प्रमुख सेवानिवृत्त मेजर जनरल अनिल वर्मा ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वे सवाल पूछने के लिए उत्सुक क्यों नहीं हैं। इस लिहाज से हरियाणा एक खुशहाल प्रदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति अच्छी नहीं है।
एडीआर रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम के प्रमुख सेवानिवृत्त मेजर जनरल अनिल वर्मा ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वे सवाल पूछने के लिए उत्सुक क्यों नहीं हैं। इस लिहाज से हरियाणा एक खुशहाल प्रदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति अच्छी नहीं है।