प्रशासन पर लगाये भूमाफियाओं को संरक्षण देने के आरोप
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज़ अहमद ने अपने साथी पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर प्रशासन द्वारा मुकदमा लिखवाए जाने के बाद जिला प्रशासन और भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुये कहा कि बापू छात्रावास खाली कराने में सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी खुद तो कुछ नहीं कर रही थी लेकिन जो वहां मौजूद भूमाफिया थे, वही सबकुछ कर रहे थे, जिसके हमारे पास सबूत भी हैं। बापू छात्रावास के भूस्वामित्व का भी विवाद चल रहा है कि आखिर कैसे यह भवन किसी को बिक गया। उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाये कि छात्रों को 19 अक्टूबर तक का समय दिया गया था कि वो छात्रावास को खाली कर दें लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट 17 अक्टूबर को ही वहां दलबल के साथ पहुँची और जबरन बापू छात्रावास खाली करवा दिया। यह सब राजनीतिक और आर्थिक दबाव के बिना नहीं हो सकता। पूरे घटनाक्रम को उन्होंने दलित राजनीति से जड़ते हुए ठीकरा प्रशासन के सिर फोड़ा। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वहां छात्रों को जब हटाया गया तब ताले लगाये गये थे। अगर ताले सरकारी थे तो उन्हें सील क्यों नहीं किया गया, सरकार अगर किसी जगह को सील करती है तो तालों पर भी सरकारी सील लगाई जाती हैं। वहां कोई सरकारी ताला नहीं था। जब वहां सरकारी ताले नहीं थे तो मेरे साथी पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा पर मुकदमा लिखवाए जाने का कोई मतलब नहीं बनता। प्रशासन यहां भाजपा की कठपुतली बनकर काम कर रहा है।
शहर विधायक पर भी साधा निशाना
उन्होंने शहर विधायक संजय सिंह गंगवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक के बापू छात्रावास जाने के अगले दिन ही थाने में मुकदमा लिखा गया। उससे साफ ज़ाहिर है कि प्रशासन क्या कर रहा है। उन्होंने शहर विधायक के दिये बयान पर कहा कि उन्होंने खुद कहा है कि सरकारी इंजीनियर की रिपोर्ट गलत हैंकि भवन जर्जर हो चुका है। भवन की मरम्मत की ज़रूरत है और वो अपनी निधि से 1 लाख रूपये देकर इसे ठीक करवाएंगें। इसके बाद भी भवन को खाली करा लिया गया।
प्रशासन या नेता अपनी गलती मानकर मांगें माफी
उन्होंने कहा कि विधायक कह रहें है कि भवन को मरम्मत की जरूरत है, जिसे वो 1 लाख रुपये देकर ठीक करवाएंगे और प्रशासन कह रहा है कि भवन जर्जर हो चुका है। अब या तो विधायक गलत कह रहे हैं या फिर प्रशासन। अब इन दोनों में से एक को अपनी गलती की ज़िम्मेदारी लेते हुए इन दलित छात्रों से माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक मुकदमा दर्ज होने की बात हैं तो वो राजनीति से प्रेरित हैं। समाजवादी पार्टी ना कल इतनी कमज़ोर थी और ना आज हैं, हम आंदोलन करेगें और प्रशासन को मज़बूर कर देंगे कि वो इस मुकदमे को वापस ले।
यह थे मौजूद
प्रेसवार्ता में समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज़ अहमद के साथ पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा, जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव, ब्लाक प्रमुख मरौरी अरूण वर्मा, पूर्व विधायक पीतमराम, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती महेन्द्र, शहर अध्यक्ष इम्त्यिज़ अल्वी, सुधीर शुक्ला, असलम जावेद, रियाज खान, मो0 आरिफ आदि मौजूद थे।