दरबार के सेक्रेट्री ने कहा
सेक्रेट्री परवेज हनीफ ने कहा कि आजादी के बाद जंग में हार कश्मीर सीमांकन के बाद पाकिस्तान की फौजों की धर्म के नाम पर युवाओं को भड़का कर हिन्दुस्तानी कश्मीर में आतंकवाद फैलाना बन्द होना चाहिए, और केन्द्र सरकार को सख्त कदम उठाकर पाकिस्तानी गुलाम कश्मीर में आतंकवाद के ट्रेनिंग कैम्प नष्ट कर देना चाहिए, धारा-370 जो एक तत्कालीन आजादी के बाद का सियासी समझौता था, उसे खत्म कर युवाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सरकारी औद्योगिक विकास, कारपोरेट सेक्टर को आगे लाकर कश्मीरी युवाओं को रोजगार के अवसर केन्द्र सरकार को देना चाहिए जहाँ सामाजिक न्याय असमानता को दूर करने की जरूरत है, जिसमें धारा-370 बाधक हैं।
इन्होंने भी रखे विचार
इस अवसर पर उपाध्यक्ष मौलाना नूर मोहम्मद कदीरी, बसीरतुल इस्लामिया के हेड हाफिज़ ज़फर, दरगाह अल्लाहू मियाँ के खादिम मो0 दानिश खाँ और अलजामेतुल कदीरिया के हेड आलिम मुफ्ती मो0 जाकिर ने भी अपने विचार व्यक्त कर जम्मू कश्मीर में भारतीय फौज पर विस्फोटक हमले की निन्दा करते हुए सभी शहीद हुए भारतीय फौजियों की आत्मा को शान्ति खिराजे अकीदत पेश की और कहा कि जिस तरह मुसलमानों ने एकजुट होकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया उसी तरह से आतंकवाद के खिलाफ एक जन आन्दोलन करना होगा।
यह रहे मौजूद
इस मौके पर हाफिज फैय्याज़, हाफिज रिफतउल्ला, मौलाना नईम, मो0 शाकिर, अकबर शाह खाँ, दिलावर कदीरी, हाफिज कलीम मदार, सै0 मुस्तकीम, मो0 हसन, रईस अहमद, मो0 शाकिर कदीरी व मो0 शरीफ कदीरी मेम्बर आदि मदरसे के तालिबे-इल्म मौजूद रहे और देश भक्ति के नारे लगाए।
इन्होंने भी रखे विचार
इस अवसर पर उपाध्यक्ष मौलाना नूर मोहम्मद कदीरी, बसीरतुल इस्लामिया के हेड हाफिज़ ज़फर, दरगाह अल्लाहू मियाँ के खादिम मो0 दानिश खाँ और अलजामेतुल कदीरिया के हेड आलिम मुफ्ती मो0 जाकिर ने भी अपने विचार व्यक्त कर जम्मू कश्मीर में भारतीय फौज पर विस्फोटक हमले की निन्दा करते हुए सभी शहीद हुए भारतीय फौजियों की आत्मा को शान्ति खिराजे अकीदत पेश की और कहा कि जिस तरह मुसलमानों ने एकजुट होकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया उसी तरह से आतंकवाद के खिलाफ एक जन आन्दोलन करना होगा।
यह रहे मौजूद
इस मौके पर हाफिज फैय्याज़, हाफिज रिफतउल्ला, मौलाना नईम, मो0 शाकिर, अकबर शाह खाँ, दिलावर कदीरी, हाफिज कलीम मदार, सै0 मुस्तकीम, मो0 हसन, रईस अहमद, मो0 शाकिर कदीरी व मो0 शरीफ कदीरी मेम्बर आदि मदरसे के तालिबे-इल्म मौजूद रहे और देश भक्ति के नारे लगाए।