3 साल से बाघिन अवनि का था आतंक
नागपुर महाराष्ट्र के बारोती वन क्षेत्र में बीते 3 सालों से अवनि नाम की बाघिन का आतंक फैला हुआ था। आरोप था कि इन तीन सालों में अवनि ने करीब 13 लोगो को अपने मुॅह का निवाला बनाया था। जिसके लिए महाराष्ट्र सरकार काफी चिंतित थी। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी अवनि को पकड़ा नहीं जा सका जिसके बाद उसे मारने की साजिश की गई। हालाकिं तमाम वन्यजीव प्रेमी अवनी को मारने के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। इसी बीच केंद्र सरकार की केबिनेट मंत्री मेनका संजय गांधी जोकि एक वन्यजीव प्रेमी भी है ने अपना बयान जारी किया है।
मंत्री और एक शिकारी पर लगाये आरोप
मेनका ने महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री का नाम लिए बिना उनपर अवनि की हत्या का आरोप लगाया है। मेनका का कहना है कि सरकार के मंत्री ने हैदराबाद के एक शार्प शूटर व मशहूर शिकारी शहाफत अली ने सम्पर्क किया यह शार्प शूटर एक आतंकी है और आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने के साथ ही इसपर कई हत्याएं व वन्यजीव हत्याओं के आरोप है जिसमें वो कई बार जेल जा चुका है। शहाफत ने अपने बेटे असगर अली को भेजकर इस बाघिन की हत्या मंत्री के इशारे पर करवाई। असगर कई बाघ, हाथी अन्य कई वन्यजीवों की हत्याएं कर चुका है। नागपुर का वन विभाग नहीं चाहता था कि बाघिन को मारा जाए लेकिन मंत्री ने इन अपराधियों को बुलवाकर अवनि की हत्या करवा दी।
कौन है यह शूटर
केंद्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी की माने तो हैदराबाद के नवाब शहाफत अली एक क्रिमिनल व्यक्ति हैं उनपर आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के अलावा हत्या व बाघों, हाथी जंगली जानवरों की हत्याओं के आरोप है। वो और उनका बेटा असगर अली एक बहुत बडे़ शार्प शूटर के साथ अपराधी भी है। सरकार के वनमंत्री की मिलीभगत से इनको शिकार का शौक पूरा करने के लिए मदद दी जाती है। सरकार के मंत्री ने इन्हे संरक्षण देते हुए शिकार की छूट दे रखी है।
मुख्यमंत्री को करेंगी शिकायत
इस पूरे मामले में अब मेनका भी मोर्चे पर आ गई है और वो कार्रवाई कराने की बात कह रही है। मेनका संजय गांधी ने कहा कि वो अब पूरे प्रकरण की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगी। दोषी चाहे कोई मंत्री ही हो लेकिन वो सख़्त कार्रवाई करवाकर ही दम लेंगी।