घर में ब्रह्मस्थान को हमेशा साफ रखें और हो सके तो नियमित रूप से तुलसी की पूजा भी करें। घर परिवार की खुशहाली और स्वास्थ्य रक्षा के लिए ब्रह्मस्थान को सदैव स्वच्छ, खुला एवं दोष मुक्त रखना आवश्यक है। यहां किसी भी तरह का कोई अवरोध, निर्माण, बोरिंग, कूड़ा-कबाड़ा आदि नहीं होना चाहिए अन्यथा वहां रहने वालों पर नकारात्मक असर बना रहेगा। इससे कई समस्याएं आने का भय रहेगा। ब्रह्मस्थान में तुलसी की नियमित पूजा करें।
वास्तु शास्त्र में भूखंड या भवन के ठीक मध्य का भाग ब्रह्मस्थान होता है जिसके देवता ब्रह्मजी और अधिपति ग्रह गुरु अर्थात बृहस्पति हैं। इसलिए ब्रह्मस्थान को वास्तु शास्त्र में अत्यंत शुभ मानते हुए हमेशा खुला, पवित्र एवं स्वच्छ रखने का निर्देश दिया गया है। पुराने समय में बने भवनों के बीच में आंगन होता था जिसके चारों ओर कमरे या अन्य निर्माण होते थे।