scriptPal Pal dil ke pas: ‘पल-पल दिल के पास’ नहीं…लोग ‘दिखे बेताब’ | People are 'desperate', not 'near the pal pal near the heart' | Patrika News

Pal Pal dil ke pas: ‘पल-पल दिल के पास’ नहीं…लोग ‘दिखे बेताब’

locationपटनाPublished: Sep 20, 2019 07:09:43 pm

Submitted by:

Navneet Sharma

तीन पीढि़यों ने अपने प्रशंसकों के दिल में रहने वाले धर्मेन्द्र और इनके बेटे सन्नी देओल के बेटे करण देओल की पहली फिल्म आखिर बॉक्स ऑफिस पर क्या कारनामा दिखाती है, यह आगे की बात है। लेकिन आज फिल्म के पहले दिन दर्शकों से कुछ अच्छे तो कुछ बुरे कमेंट्स मिले हैं।

Pal Pal dil ke pas: 'पल-पल दिल के पास' नहीं...लोग 'दिखे बेताब'

Pal Pal dil ke pas: ‘पल-पल दिल के पास’ नहीं…लोग ‘दिखे बेताब’

पटना
पल-पल दिल के पास फिल्म को लेकर पिछले काफी समय से चल रहे कयास और चर्चाएं पूरे परवान हैं। आज रिलीज हुई फिल्म को लेकर दर्शकों के तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। फिल्म में प्राकृतिक हरियाली, पहाड़, झरने, जंगल का सीन, नदी से बहता कलकल पानी खूब दिखाई दिया है। फिल्म की बजाय पहले एक घंटे तमाम प्राकृतिक नजारा दर्शकों के दिल के पास रहा हालांकि डेब्यू कलाकार दिल के ज्यादा करीब नहीं दिखाई दिए।

तीन पीढि़यों ने अपने प्रशंसकों के दिल में रहने वाले धर्मेन्द्र और इनके बेटे सन्नी देओल के बेटे करण देओल की पहली फिल्म आखिर बॉक्स ऑफिस पर क्या कारनामा दिखाती है, यह आगे की बात है। लेकिन आज फिल्म के पहले दिन दर्शकों से कुछ अच्छे तो कुछ बुरे कमेंट्स मिले हैं। फिल्म देखकर बाहर आने वाली शिवनगर पटना की श्रृद्धा गौड़ ने बताया कि फिल्म में हीरो-हीरोइन की आपसी नोकझोक दिखी, प्राकृतिक नजारे खूब दिखे लेकिन फिल्क की कहानी में कुछ खास नजर नहीं आया। प्रशंसकों की पहली प्रतिक्रिया देखें तो फिल्क की कहानी ज्यादा मजबूत नहीं दिखाई दी।

जट यमला पगला दीवाना ‘धर्मेन्द्र’

Pal Pal dil ke pas: 'पल-पल दिल के पास' नहीं...लोग 'दिखे बेताब'

अपने फिल्मी करिअर में दर्जनों हिट फिल्म देने वाले धर्मेन्द्र की आंखें, धर्मवीर, फूल और पत्थर तथा जुगनू फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर तहलका मचाया। फिल्म शोले में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ने माने तमाम रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इसके बाद धर्मेन्द्र ने अपने बेटे सनी देओल को एक मजबूत फिल्म ‘बेताब’ के साथ लांच किया तो दर्शकों का अपार प्रेम व युवाओं का समर्थन मिला। फिल्म के गानों, जब हम जवां होंगे जाने कहां होंगे ने तो तमा उंचाइयों को पार कर दिया। प्रशंसक दीवाने हो गए और पहली फिल्म के बाद ही सनी की झलक देखने के लिए पागल तक हो गए थे।

नहीं छोड़ पाई ‘बेताब’ जैसा असर

Pal Pal dil ke pas: 'पल-पल दिल के पास' नहीं...लोग 'दिखे बेताब'

करण देओल की पहली डेब्यू पल-पल दिल के पास हालांकि पहले दिन खूब चर्चाओं में, फिल्मी हॉल में टिकट के लंबी कतार भी हैं लेकिन देखकर बाहर आने वाले कुछ मायूस हैं। शुक्रवार को फिल्म देखकर बाहर आई पटना की अंजली सिंह और बेटी आर्या ने फिल्म को खूब एन्जॉय किया, करण और एक्ट्रेस सहर बाम्बा की ड्रेस व अभिनय भी अच्छा लगा। लेकिन कुछ मायूसी से उन्होने कहा जो चीज सनी देओल के बेटे से देखने की उम्मीद थी एसा ज्यादा नहीं दिखा। ब्रह्मपुरी पटना की निवासी विनोद शर्मा और इनकी पत्नी ने बताया कि काफी चर्चा थी, आज पहले दिन ही फिल्म देखी लेकिन ज्यादा मजा नहीं आया। दोनो एक्ट्रेस काफी सुंदर दिखे लेकिन फिल्म कुछ बिखरी-बिखरी सी नजर आई।

सनी की तरह मजबूत थी कहानी

Pal Pal dil ke pas: 'पल-पल दिल के पास' नहीं...लोग 'दिखे बेताब'

1983 में बेटे सनी देओल की फिल्म बेताब में धर्मेन्द्र ने सूझबूझ का परिचय दिया। इस फिल्म की कहानी जानेमाने राइटर जावेद अख्तर से लिखी, फिल्म का संगीत आरडी बर्मन से तैयार करवाया गया। यही नहीं निर्देशन का जिम्मा राहुल रवैल को सौंपा। फिल्म के लिए अच्छी कहानी को प्रमुखता दी गई और फिल्म रिलीज होते ही रातोंरात सनी सीने जगत में स्टॉर बन गए।

कहानी ने नहीं छूआ दिल
इस फिल्म की कहानीके हिसाब से हिमाचल में रहने वाले करण की एक ट्रिप के दौरान फिल्म की एक्ट्रेस सहर से मुलाकाता होती है। यहीं से फिल्म में रोमांस तो शुरू होता है लेकिन एक्ट्रेस का हीरो का पहले ना पसंद करना और दूर रहना ज्यादा भाता नहीं हैं। इसके बाद जब हीरो-हीरोइन के रोमांस में थोड़ी दिलचस्पी जागती है तो इंटरवल हो जाता है। इसके बाद कहानी को हिमाचल से दिल्ली के भीड़भाड़ में पहुंंचा दिया जाता है। प्रशंसकों का कहना है कि करण की एक्टिंग में आत्मविश्वास दिखा लेकिन अभी परफेक्शन पूरा नहीं है। फिल्म में करण के माता-पिता बर्फ के तूफान की वजह से इस दुनिया से चले जाते हैं, इसके बाद करण यहां रहकर टूरिस्ट को घुमाता है, सैर करवाता है। इसी कड़ी में करण और सहर की झड़प के बाद दोनों में प्यार हो जाता है। फिल्म का म्यूजिक लोगों को काफी पसंद आया।

मनाली से मुम्बई तक हुई शूटिंग
फिल्म का प्रमुख हिस्सा मनाली में शूट किया गया, जहां फिल्म की टीम ने शून्य तापमान में शूटिंग की। इसके अलावा फिल्‍म की शूटिंग मनाली और मुंबई के अलावा दिल्‍ली और नोएडा के कई हिस्सों में की गई है। इसके डायरेक्‍टर सनी देओल हैं और इसके निर्माता धर्मेंद्र। मनाली से दिल्ली में सहर के गाने की वजह से पहुंचे करण पूरी परिवान के सामने उसको आई लव यू बोल दिया जाता है और यहीं से फिल्म में क्लाइमेक्स भी शुरू हो जाता है।

Pal Pal dil ke pas: 'पल-पल दिल के पास' नहीं...लोग 'दिखे बेताब'
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो