वामदलों ने सीट शेयरिंग को लेकर आपसी सहमति से इतर अपने अपने अलग दावे पेश कर दिए हैं। सीपीआई ने कुल छह सीटों का प्रस्ताव पेश किया है। राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में पार्टी महागठबंधन दलों के साथ मिलकर उम्मीदवार उतारेगी। सीपीआई ने जिन सीटों का प्रस्ताव रखा है उनमें बेगूसराय, मधुबनी, मोतिहारी, खगड़िया, बांका, गया और जमुई शामिल है। सीपीआई के राज्य सचिव के अनुसार कन्हैया कुमार का बेगूसराय से चुनाव लड़ना तय है। उन्होंने इसकी तैयारी भी शुरु कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि कन्हैया कुमार आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ चुनाव के स्टार प्रचारक होंगे। सभी दलों की इस पर पूर्ण सहमति हो गई है।
भाकपा माले ने पांच सीटों पर ठोका दावा
इधर भाकपा माले ने सीपीआई से अलग पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक दिया। ये सीटें आरा,जहानाबाद, औरंगाबाद, सासाराम और नवादा हैं। उधर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी दो सीटों पर लड़ने का मन बना चुकी है। सूत्रों का कहना है कि ये दोनों ही सीटें माकपा के प्रभाव वाली रही हैं। इनमें एक बक्सर और दूसरा कटिहार शामिल है।
मुश्किल में कांग्रेस और आरजेडी
वाम दलों की इस पेशकश पर महागठबंधन में विवाद के आसार भी बढ़ गए हैं। आरजेडी और कांग्रेस वामदलों के लिए कुल कितनी सीटें छोड़ पाएंगी यह अभी तय होना बाकी है। भाकपा माले नेता राजाराम ने कहा कि आपसी बातचीत का दौर अभी तो शुरु हुआ है। सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने के लिए सभी वाम जनवादी शक्तियां इकट्ठा मुकाबले को तैयार हैं। सीट शेयरिंग का मसला समय के साथ तय कर लिया जाएगा।