विपक्ष सवेरे से ही सदन में बालिका गृह मामले को लेकर नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करता रहा। सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे शुरु होते ही आरजेडी विधायक वेल में आकर नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग लेकर नारेबाजी करने लगे। सभाध्यक्ष ने इस दौरान विधायी कार्य भी निबटाने शुरु कर दिए। विपक्ष के शोर शराबे और नारेबाजी के बीच ही सामान्य प्रशासन विभाग के प्रभारी मंत्री नीतीश कुमार ने ‘बिहार पदों एवं सेवाओं की रीक्तियों तथा शैक्षणिक संस्थाओं में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण विधेयक 2019’सदन में पेश किया।हंगामे के बीच ही इसे ध्वनिमत से पास करा लिया गया। हंगामे के बीच ही 2021 की जनगणना जातीय आधार पर कराने के लिए केंद्र को सिफारिश भेजने संबधी सरकारी संकल्प को भी ध्वनिमत से पास करा लिया गया।
बाद में नीतीश कुमार ने कहा कि ये लोग जो करते हैं उसका उल्टा असर होता है। नीतीश ने कहा कि जातीय जनगणना कराने के लिए ये ही लोग बढ़चढ़कर बोलते रहे। पर मौका आने पर ये बेमतलब हंगामे में सदन का समय बर्बाद करते रहे। उन्होंने कहा कि गरीब सवर्णों को आरक्षण का लाभ आरक्षण की पहले की व्यवस्था में बिना किसी हस्तक्षेप के दिया जाएगा।