गिरिराज सिंह ने ताज़ा ट्वीट में चुनाव के बाद सूबे की राजधानी में जारी इफ्तार दावत पर चुटकी ली और ऐसे दृश्य नवरात्रि में दिखने की लालसा प्रकट करते हुए तंज कसे। इस पर जदयू ने फौरन पलटवार किया। हाल में बने मंत्रियों ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया देकर नीतीश कुमार की प्रियपात्रता का बखूबी प्रदर्शन किया।
सूचना एवं जन संपर्क विभाग के मंत्री बनाए गये जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम संविधान को महत्व देते हैं। संविधान सभी धर्मों का समान आदर करता है। सहिष्णुता, दया, करूणा हमारा मूल भाव है। सभी लोगों को धार्मिक आजादी मिली हुई है। हम सभी का आदर करते हैं।
दूसरे मंत्री अशोक चौधरी ने प्रतिक्रिया में कहा,हम गिरिराज की बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। चार लाख वोटों से जीत गये हैं तो अपने में रहें। इसी तरह, श्याम रजक ने भी टिप्पणी की।कहा कि केंद्र में मंत्री बन गये हैं तो अपना काम करें।सुशील मोदी इफ्तार दावत नहीं देते हैं क्या?
गिरिराज सिंह के ट्वीट पर सबसे ज्यादा बेचैनी जदयू और खासकर नीतीश कुमार के चहेते नेताओं और नये मंत्रियों ने दिये तो इसके मायने भी खूब निकाले जा रहे हैं। गिरिराज सिंह ने ट्वीट में किसी एक पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उनके ट्वीट पर लोजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। हालांकि जीतनराम मांझी की पार्टी -हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि नवरात्र में फल की दावत देने की परंपरा कभी नहीं रही है।