खुफिया सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ के शीर्ष नक्सली नेताओं ने गिरीडीह के जंगलों में प्रवास कर रहे कमांडरों को संदेश भेजकर काम में जुट जाने के आदेश दिए हैं। इस काम में असफल होने पर नक्सली टार्गेट वाले नेताओं पर जानलेवा हमले भी कर सकते हैं। गौरतलब है कि श्रावणी मेले ( shrawani mela ) में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय और पूर्व मंत्री रामप्रसाद पैकरा हर साल भागलपुर के सुल्तागंज से उत्तरवाहिनी गंगा का जल कांवर में भरकर 105 किमी कांवरिया पथ पर पैदल चलते हुए लाखों कांवरियों की तरह बाबा बैद्यनाथधाम पहुंचते और कामना ज्योतिर्लिंग पर इसे अर्पित करते हैं।
जानकारी के मुताबिक भागलपुर स्थित सुल्तागंज से झारखंड के देवघर तक कांवरिया पथ पर कटोरिया के पहाड़ी इलाकों में नक्सलियों की हलचल बढ़ी है। गिरीडीह के जंगलों में जमुई के चकरा पत्थर इलाके के आसपास डेरा डाल चुके नक्सलियों ने इसे लेकर भागलपुर, मुंगेर और बांका क्षेत्र से गुजरने वाले कांवरिया पथ की रेकी भी कर ली है। 29 जून को कांवरिया पथ पर मुंगेर के तारापुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर के पास सोनरवा गांव में एक शक्तिशाली आइईडी बरामद ( IED Seized ) होने के बाद सुरक्षा बलों के होश उड़े हुए हैं। सुरक्षा बल इसके नक्सली कनेक्शन खंगालने में जुटे हैं। साथ ही बेहद सतर्कता बरत रहे है।