जवाब: आपकी बच्ची छह माह की है और आप अभी से इतना चिंतित हैं। ये सही है कि खिलौने बच्चों की सेहत के लिए ठीक नहीं होते हैं। घर में जब बच्चा होता है तो उसे लाड़ प्यार करने वाले लोगों की संख्या भी अधिक होती है। लोग आपके कहने से बच्ची को तोहफे देना बंद नहीं करेंगे क्योंकि वे उनकी इच्छा है। इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए आपके पास दो तरीके हैं। पहला जैसा चल रहा वैसा चलने दें और बिलकुल भी चिंता न करें। जो लोग तोहफे दे रहे हैं उसे खुशी से स्वीकार करें। अगर आपको ये तोहफे नहीं चाहिए तो किसी और को दे दें इसमें कोई बुरा नहीं मानेगा पर आप तोहफे लेने से मना नहीं करेंंगी। छह माह की बच्ची को परिवारीजन के साथ घुलने मिलने दें क्योंकि बंदिशें परेशानी का सबब बन जाती हैं। बच्ची का ध्यान रखें। उसे बचपन को अच्छे से जीने दें।
आपकी बच्ची इससे जिद्दी हो जाएगी तो ऐसा बिलकुल नहीं है। बच्चे को जिद्दी नहीं होने देना चाहते हैं तो उसे जिद्दी बनाने की कोशिश भी न करें। अगर आपका बच्चा रोता है तो उसे रोने दें इससे उसे अपने भाव व्यक्त करने की सीख मिलेगी। उसे बंदिशों में शुरू से ही रखने की कोशिश करेंगे तो बुरा असर पड़ेगा। अभी आपको ये भी नहीं पता कि बेटी का स्वभाव कैसा है? उसे अभी बड़ा होने दें।
मेघन लीह, पैरेंट कोच, वाशिंगटन पोस्ट से विशेष अनुबंध के तहत