बताया जा रहा है कि शिकारियों द्वारा लगाया गया फंदा तेंदुए के पेट में जा फंसा था। जांच टीम द्वारा आशंका जताई गई कि फंदा कसने पर धझटपटाने से उसके पेट के आंतरिक अंग डैमेज हुए होंगे, जिसके कारण उसकी मौत हुई है। हालांकि, मामले का स्पष्ट खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हो सकेगा।
यह भी पढ़ें- दादी को पीटते हुए पति-पत्नी की वीडियो हुआ था वायरल, अब गिड़गिड़ाते नजर आए
पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार
डीएफओ दक्षिण वन मंडल पुनीत सोनकर ने बताया, सुबह करीब 8:30 बजे सूचना मिली थी कि पिपरियादोन में एक खेत के पास तेंदुआ फंसा हुआ है। विभाग के अधिकारी जब सुबह करीब 9 बजे पहुंचे, तक तब तेंदुआ जिंदा था। उसके बाद तुरंत डीएफओ और टाइगर रिजर्व को दी जानकारी गई। सूचना पर करीब 11 बजे टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, तक तक तेंदुए ने दम तोड़ दिया था। बताया गया कि शिकारियों के हत्थे चढ़ा नर तेंदुआ करीब साढ़े तीन साल का अर्धवयस्क था। पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
जिस खेत के पास फंदा लगा पाया गया है, उसके मालिक को हिरासत में लेकर वन विभाग की टीम ने पूछताछ शुरु कर दी है। डीएफओ ने बताया, जांच के दौरान डॉग एक ग्रामीण के घर तक पहुंचा था। संदेह के आधार पर उस ग्रामीण को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। प्रथम दृष्टया फंदे की कसावट के कारण आंतरिक अंगों के क्षतिग्रस्त होने से मौत की आशंका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। मामले में वन विभाग अपराध दर्ज कर जांच में जुटा है।