प्रतियोगित के पहले दो दिन प्रैक्टिस के बाद बुधवार को आशा ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन प्रतियोगिता में दूसरे देशों के खिलाड़ी उससे उम्र में कहीं अधिक बड़े होने के कारण आशा उनके मुकाबले कमजोर दिखी, जिससे उसका अगले राउंउ के लिए चयन नहीं हो पाया।
इसी प्रकार शुक्रवार को अरुण ने भी प्रतियोगिता में उम्मीद से भी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन वहां भी अपेक्षाकृत बड़े खिलाडिय़ों की वर्षों की प्रैक्टिस के आगे अरुण का प्रदर्शन कमजोर नजर आया। प्रतियोगिता से नया सीखने को मिला
खिलाडिय़ों के साथ गईं उरलिके ने बताया, दोनों बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों के बीच शानदार प्रदर्शन किया। चयनित नहीं हो पाने के बावजूद दोनों खिलाडिय़ों ने दर्शकों और आयोजन से जुड़े लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने बताया, प्रतियोगिता से दोनों लोगों को काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा।
देश आकर वे अपने खेल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार और भी अधिक निखारने का प्रयास करेंगे। गांव से निकले दोनों खिलाडिय़ों ने इस प्रतियोगिता में जिस स्तर का प्रदर्शन किया है वह सर्वोत्कृष्ठ है। दोनों बच्चों के मेहनत और लगन की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। बच्चों के चीन में आयोजित चैंपियनशिप में भाग लेने पर जिलेवासियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। लोगों के आशा-अरुण के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उनके और भी देशों में जाकर खेलने की संभावना जताई है।