आंवला नवमी के चलते नगर के चौपड़ा मंदिर और श्रीराम जनकी मंदिर सहित विभिन्न स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंचीं। आंवला नवमी पर आंवला के पेड़ की पूजा शुभ मनानी जाती है। यही कारण महिलाएं व्रत रखकर परिवार के साथ आंवला के नीचे पहुंचकर पूजा अर्चना की और आयुर्वेद के नौ रत्नों में शामिल आंवला से परिवार को निरोगी रखने की कामना की।
पवई में भी पूजा-अर्चना इच्छा नवमी के दिन नगर के माता कलेही मंदिर परिसर और कबीर आश्रम में आंवला के वृक्ष की पूजा-अर्चना करने सैकडों महिलाएं पहुंची। यहां पिकनिक जैसा माहौल था। इसके अलावा शहर में अन्य कई स्थानों पर भी महिलाएं परिवार सहित भोजन लेकर पहुंची और दोपहर का भोजन आंवला वृक्ष के नीचे ही किया।
महिलाओं ने कार्तिक गीत गाए अमानगंज नगर के बड़े हनुमानजी मंदिर प्रांगण में इच्छा नवमीं पर आंवला के वृक्ष की पूजा-अर्चना कर महिलाओं ने कार्तिक गीत गाए। वृक्ष के नीचे बैठकर परिवारजनों के साथ भोजन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में आसपास के लोग उपस्थित रहे।
खलिहान में रखी धान की फसल में आग से हजारों का नुकसान रैपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम मूलपारा में शनिवार दोपहर अचानक धान के खलिहान में आग भड़कने से फसल जलकर नष्ट हो गई। क्षेत्र में फायर ब्रिगेड नहीं होने से लोगों ने अपने स्तर पर प्रयास करके आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बड़ी मात्रा में फसल जलकर नष्ट हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार ग्राम मूलपारा निवासी रणधीर यादव पिता डिल्ली पथ यादव के खेत में बने खलिहान में धान की फसल रखी थी। शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे अचानक धान की फसल से आग की लपटें निकलने लगीं। आनन-फानन में गांव के लोग इकट्ठा हुए और आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
आग बुझने तक काफी मात्रा में धान की फसल जलकर नष्ट हो चुकी थी। बताया गया कि आगजनी में करीब ५० हजार रुपए के धान की फसल का नुकसान हुआ है। पीडि़त किसान ने मामले की जानकारी राजस्व अमले को देते हुए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। किसान ने बताया, तहसील रैपुरा में फायर ब्रिगेड नहीं होने से आगजीन की स्थिति में लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।