23 साल बाद चली चादर
कानोता बांध में 23 साल बाद चादर चली है। सिंचाई विभाग के जेईएन राजू लाल के अनुसार बीती रात बांध में 7 इंच पानी की आवक हुई है। बांध की भराव क्षमता 17 फिट हैं जबकि बांध में करीब 17 फिट 6 इंच पानी पहुंच चुका है। चादर चलने से बांध के नीचे से गुजर रहा सड़क मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है।
यहां किसी भी समय भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो कई जगह सावन की झड़ी चल रही है। जबकि दौसा, जयपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं में बारिश का दौर चल रहा है और कभी मध्यम व कभी भारी बारिश से जलभराव दिखाई देना लगा है। वहीं, पाली, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली, धोलपुर, भरतपुर, अजमेर, जोधपुर, नागौर, बीकानेर में मध्यम दर्जे की बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
बांधों में पिछले साल से ज्यादा पानी
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि जुलाई के दौरान राजस्थान में जमकर बारिश हुई और पिछले साल के मुकाबले बांधों में पानी की आवक ज्यादा रही है। उधर, ओडिशा के आसपास बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर होकर परिसंचरण तंत्र में बदल गया है और वर्तमान में पश्चिम बंगाल, झारखंड के ऊपर बना हुआ है। मानसून ट्रफ लाईन शुक्रवार को सामान्य स्थिति में है इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।
सुकली सेलवाड़ा बांध के दो गेट खोले
रेवदर (सिरोही) क्षेत्र में लगातार रुक रुककर हो रही झमाझम बारिश से रेवदर उपखंड स्थित जिले का दूसरा बड़ा बांध सुकली सेलवाड़ा लबालब होकर ओवरफ्लो हो गया है। रेवदर क्षेत्र में बीते 35 घंटे में 85 एमएम बारिश होने से बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है, जिससे बांध के 2 गेट खोल दिए। 5.50 मीटर भराव क्षमता वाले सेलवाड़ा बांध में 5.30 मीटर पानी की आवक होने पर बांध के गेट नम्बर 5 व 6 को अधिशाषी अभियंता धर्मेंद्र सिंघवी व उपखंड अधिकारी दुदाराम हुड्डा की मौजूदगी में खोला गया। बांध के गेट खाेलने के बाद उससे निकलते पानी को देखने के लिए आसपास के सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। बांध के गेट खोलने से पहले प्रशासन ने आसपास के लोगों को अलर्ट कर दिया।