- ये मंदिर प्रदेश के पाली जिले के चोटिला गांव में स्थित है, जहां हर दिन सैकड़ों लोग सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करते ओम बन्ना के मंदिर में दिखाई पड़ते हैं। यहां पर ओम बन्ना की 350 सीसी रॉयल एनफ़ील्ड बुलेट जिसका नंबर 7773 है, जिसकी पूजा यहां पिछले कई सालों से लोग करते आ रहे हैं, जबकि इसके पीछे की कहानी भी उतनी ही अधिक दिलचस्प है।
- बात साल 1988 की है, जब ओम सिंह राठौड़ (ओम बन्ना) ससुराल से होकर अपने गांव चोटिला आ रहे थे, तभी उस स्थान पर उनकी बाइक एक पेड़ से टकरा गई और मौके पर ही ओम बन्ना की मौत हो गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची रोहट पुलिस ने उनकी बाइक को थाने ले गई, लेकिन अगली सुबह का हादसा सबको चौंकाने वाला निकला। जब पुलिस को उनकी गाड़ी थाना में नहीं मिलकर हादसे वाली जगह पर मिली।
- इसके बाद ऐसा माना गया कि किसी ने जानबूझकर ये किया है। ऐसे में पुलिस ने गाड़ी को थाने में चैन से बांध दिया, लेकिन अगले दिन मोटरसाइकिल थाने से गायब थी और हादसे वाली जगह पर मिली। इसके बाद गांव के लोगों ने फैसला लिया और बाइक को घटना वाले स्थान पर ले जाकर रख दिया और इसके बाद से ही इस स्थान को दैविक स्थान मानकर लोग पूजा-अराधना करने लगे।
- खास बात तो यह है कि बाइक को दुर्घटना वाली जगह रखने के बाद यहां कोई और हादसा नहीं हुआ, जिसे लोग ओम बन्ना और इस मंदिर का चमत्कार मानते हैं, और अपनी भक्ति भाव से अराधना करते हैं। इस मंदिर में एक पुजारी भी है, जो कि हर दिन मंदिर में पूजा-पाठ की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं।
- इस घटना के बाद से मंदिर पूरे इलाके में बुलेट बाबा के नाम से मशहूर हो गया। ऐसा कहा जाता है कि जो भी रोहट थाने में बतौर नए थानेदार बनकर आते हैं वो भी ओम बन्ना की मंदिर में धोक लगाने जरुर आते हैं।
- ओम बन्ना देवल पर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु मन्नत मांगने या मन्नत पूरी होने की बात करते है। सूरज, नागौर क्षेत्र, मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालुओं से बात करने पर उन्होंने ओम बन्ना देवल आने के बाद उनकी इच्छा पूरी होने की बात की।
- कई लोग अपने मित्रों व विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में ओम बन्ना के बारे में पढक़र देवल पर मत्था टेकने की बात कही। ओम बन्ना देवल पर आने वाले श्रद्धालुओं से बातचीत में एक ही बात सामने आई कि ओम बन्ना उनकी इच्छा पूरी करते है। यहां ओम बन्ना के मंदिर के बाहर उनकी शादी की तस्वीरें भी लगी हुई है, जबकि यहां के लोगों के बीच वो किसी भगवान से कम नहीं हैं।