पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि रायपुर थानाप्रभारी सुरेश चौधरी को सूचना मिली कि रोहट थाना क्षेत्र के ढूंढली निवासी कुख्यात इनामी तस्कर सुनील कुमार (34) डारा पुत्र आसुराम विश्नोई कार लेकर रोहट से चितौडगढ़़ डोडा-पोस्त लेने जा रहा है। इस पर रायपुर थाना पुलिस ने हाइवे पर झूठा के निकट नाकाबंदी की। पकड़े जाने के डर से सुनील ने नाकाबंदी तोड़ फरार होने का प्रयास किया। पुलिस ने आरोपी का पीछा किया तो उसने पुलिस पर फायर करने का प्रयास किया लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस के जवानों ने आरोपी को दबोच लिया।
सुनील ने अपने पेंट के साइड में लोडेड विदेशी पिस्टल दबा रखी थी। पुलिस ने सुनील व उसकी पत्नी को न्यायालय में पेश किया। जहां से सुनील को पांच दिन के रिमांड पर भेजा तथा उसकी पत्नी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से हथियार कहां से खरीदकर लाया तथा चित्तौडगढ़़ में किससे डोडा-पोस्त खरीदने जा रहा था तथा इसकी सप्लाई उसे कहां करनी थी इसकी जानकारी लेगी।
पुलिस को चकमा देने पत्नी को रखता था साथ
आरोपी मादक पदार्थों की तस्करी के दौरान पुलिस को चकमा देने एवं गाड़ी की चेकिंग से बचने के लिए अपनी पत्नी प्रियंका को साथ रखता था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पूर्व में भी कई बार आरोपी अपनी पत्नी को साथ ले जा चुका है लेकिन उसकी पत्नी पहली बार ही पकड़ी गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी 10वीं पास है ओर उसकी पत्नी प्रियंका 12वीं पास है।
आठ हजार का इनाम
जोधपुर रेंज आइजी ने रेंज की मोस्ट वांटेड सूची में सुनील को शामिल कर रखा था। इस पर आठ हजार का इनाम घोषित है। थानाप्रभारी चौधरी को आइजी द्वारा आठ हजार का इनाम व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
विभिन्न थानों में 14 मामले दर्ज
सुनील पाली जिला जेल से 2016 से पैरोल पर फरार चल रहा था। इसके खिलाफ पाली, सिरोही, उदयपुर में लूट, डकैती, जानलेवा हमला, मादक पदार्थों की तस्करी के 14 मामले दर्ज है। पाली सहित सिरोही व उदयपुर पुलिस को सुनील की तलाश थी।